logo-image

राम मंदिर कोई चुनावी मुद्दा नहीं बल्कि हमारी आस्था का प्रतीक: केंद्रीय मंत्री

बीजेपी के केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने राम मंदिर को बनवाने की बात को दोहराते हुए कहा कि यह हमारी आस्था का प्रतीक है।

Updated on: 30 Jun 2018, 05:13 PM

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव 2019 से पहले एक बार फिर राम मंदिर का मुद्दा गर्माता जा रहा है। राम मंदिर को लेकर अब केंद्रीय मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने कहा है कि यह चुनावी मुद्दा नहीं बल्कि हमारे आस्था का प्रतीक है।

बीजेपी के केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने कहा,' राम मंदिर हमारी आस्था का प्रतीक रहा है। यह हमारे लिए कभी भी ऐसा मुद्दा नहीं रहा जिसे हमने चुनावी समय में उठाया हो।'

उन्होंने कहा, 'राम मंदिर को लेकर हमारी नीयत पर सवाल उठाने वाले लोगों को मैं यह साफ कर दूं कि इस मुद्दे का हल सिर्फ बातचीत अथवा न्यायालय के जरिए ही निकल सकता है।'

और पढ़ें: 15 जुलाई को वाराणसी जाएंगे पीएम मोदी, कई योजनाओं की करेंगे शुरुआत, जानिए क्यों ख़ास है यह दौरा... 

सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने ही 2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है। जहां सत्ता पक्ष अपनी उपलब्धियां गिनाने की होड़ में लगा है वहीं विपक्ष पहले से ज्यादा हमलावार हो गया है।

कांग्रेस ने दावा किया है कि केंद्र की बीजेपी सरकार एकबार फिर से अपने पारंपरिक मुद्दों अयोध्या में राम मंदिर और कश्मीर से धारा 370 को हटाने को लेकर मौका भुनाने की कोशिश में लगी हुई है।

शुक्रवार को विश्व हिंदू जागरण परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आत्मानंद सरस्वती ने कहा था कि लोकसभा चुनावों से पहले राम मंदिर के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा। वहीं राम मंदिर निर्माण आंदोलन में आगे रही साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि यह मंदिर निर्माण को लेकर सबसे अनुकूल राजनीतिक माहौल है।

हालांकि इस दौरान पूर्व जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि राम मंदिर को लेकर उनकी कोई आस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि जब संविधान में ही राम का जिक्र नहीं किया गया है तो मैं उनकी पूजा क्यों करूं?

और पढ़ें- तीन तलाक के बाद अब SC में ‘निकाह हलाला’ का विरोध करेगी मोदी सरकार