अमित शाह ने उद्धव ठाकरे से की मुलाक़ात, शिवसेना से संबंध सुधारने की दिशा में प्रयास
गौरतलब है कि हाल के दिनों में बीजेपी और शिवसेना के रिश्तों में तल्ख़ी आई है और पालघर लोकसभा के उपचुनाव के दौरान दोनों दलों के बीच तल्खी बढ़ी भी थी।
नई दिल्ली:
सूत्रों की माने तो बीजेपी और शिवसेना के बीच चल रहा तनाव जल्द ही ख़त्म होने वाला है। दोनों दलों के बीच तल्ख़ी कम करने की दिशा में बुधवार को मुंबई के मातोश्री में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मुलाकात हुई।
बैठक के बारे में जानकारी देते हुए बीजेपी सूत्र ने कहा, 'शिवसेना और बीजेपी के बीच आज मातोश्री में हुई मुलाक़ात काफी सकारात्मक रही। दोनों दलों के बीच तनाव ख़त्म करने की दिशा में प्रयास शुरू किया गया है। आने वाले दिनों में इस तरह की 2-3 और मुलाक़ात हो सकती है।'
गौरतलब है कि हाल के दिनों में बीजेपी और शिवसेना के रिश्तों में तल्ख़ी आई है और पालघर लोकसभा के उपचुनाव के दौरान दोनों दलों के बीच तल्खी और ज़्यादा बढ़ी गई थी।
जिसके बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह 'संपर्क फॉ़र समर्थन' अभियान के तहत बुधवार शाम को शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात की।
हालांकि इस मुलाक़ात से पहले शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के ज़रिए बीजेपी की इस कोशिश पर निशाना साधा।
शिवसेना ने मुखपत्र सामना में कहा है, 'उप चुनावों में हार के बाद ही संपर्क अभियान की ज़रूरत क्यों पड़ रही है। बीजेपी इस अभियान के ज़रिए सबको साथ लेकर चलना चाहती है, लेकिन सरकार और जनता के बीच ही संपर्क टूट गया है। संपर्क बनाना, तोड़ना बीजेपी का व्यापारिक गणित है।'
सामना में लिखा गया है, 'पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हुए हैं, किसान सड़क पर हैं, इन सब के बावजूद बीजेपी चुनाव जीतना चाहती है।'
पार्टी ने कहा, 'जिस तरह बीजेपी ने साम, दाम, दंड, भेद के जरिए पालघर का चुनाव जीता उसी तरह बीजेपी किसानों की हड़ताल को खत्म करना चाहती है। चुनाव जीतने की शाह की जिद को हम सलाम करते हैं।'
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शिवसेना ने कहा है कि पीएम मोदी दुनिया में और शाह देश में संपर्क चला रहे हैं।
2019 के लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र बीजेपी सभी सहयोगी दलों से संपर्क कर रही है और कुनबे को साथ रखने की कवायद में जुटी हुई है। जिसके तहत नाराज़ सहयोगियों को भी वो मनाने की कोशिश कर रही है।
इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संबंध सुधारने की दिशा में कहा कि राज्य में सरकार चलाने के लिए शिवसेना और बीजेपी को एक बेहतर साझेदार की भूमिका निभानी होगी।
उन्होंने कहा कि दोनों पार्टी ऐसा करती है तभी राज्य में गठबंधन की सरकार चला पाएगी।
फडणवीस ने कहा, 'हमलोग बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के खिलाफ नहीं हैं। हमें नहीं लगता है कि हमारा गठबंधन टूटेगा, लेकिन दोस्ती बचाने की कोशिश दोनों तरफ से होनी चाहिए। हमलोग शिवसेना के साथ बातचीत को तैयार हैं।'
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