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बीजेपी का कांग्रेस पर पलटवार, माओवादी 'शुभचिंतक' हैं दिग्विजय समेत कई बड़े नेता

संबित पात्रा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर किसी भी स्तर तक समझौता कर सकती है।

Updated on: 04 Sep 2018, 05:01 PM

नई दिल्ली:

देश के अलग-अलग हिस्सों से सामाजिक और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की नक्सलियों से संपर्क के आरोप में हुई गिरफ्तारी पर कांग्रेस की ओर से विरोध जताने पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तीखा प्रहार करते हुए माओवादी शुभचिंतक बताया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कांग्रेस नक्सलियों के प्रति सद्भावना रखने वाली पार्टी है। वह जब भी सत्ता में आई है, उसने माओवाद को लेकर दोहरा रवैया अपनाया है।

उन्होंने कहा,' मनमोहन सिंह और कुछ लोग कहते थे कि माओवादियों से बड़ा देश के लिए कोई और खतरा नहीं है। वहीं, यूपीए सरकार के मंत्रियों में से आधे नक्सलियों के साथ थे और आधे खिलाफ थे।'

पात्रा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर किसी भी स्तर तक समझौता कर सकती है।

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उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर नक्सलियों का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए कहा, 'एक दिन में यदि सुरक्षा बलों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है तो वह दंतेवाड़ा में हुआ है, जहां 76 सीआरपीएफ कर्मियों की हत्या कर दी गई। ब्लूस्टार ऑपरेशन के बाद एक दिन में होने वाला यह बड़ा नुकसान है। लेकिन, कांग्रेस के कई नेता ऐसे माओवादियों के साथ रोमांस में व्यस्त थे।

पात्रा ने विनायक सेन का उदाहरण देते हुए कहा, 'विनायक सेन को 2010 में देशद्रोह में अपराधी घोषित किया गया था। इसके बाद उन्हें प्लानिंग कमिशन की स्वास्थ्य समिति में नियुक्ति दी गई।'

पात्रा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश पर हमलावार होते हुए कहा, 'महेश राउत को भीमा कोरेगांव हिंसा में अरेस्ट किया गया था। वह यूपीए सरकार के दौर में भी गिरफ्तार किए गए थे। उनके मसले पर जयराम रमेश ने पृथ्वीराज चव्हाण को पत्र लिखा था। रमेश ने कहा था कि मैंने अपने सूत्रों से पता लगा लिया है कि वह भला आदमी है। प्रधानमंत्री ग्रामीण विकास फेलो का वह हिस्सा थे। जयराम की ओर से लिखा गया यह पत्र माओवाद का मेन स्ट्रीम में आने की ओर इशारा करता है।'

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पात्रा ने कहा, 'एक पत्र ऐसा मिला है, जिसमें प्रदर्शन के लिए माओवादियों को फंड देने की बात कही गई है और उसमें कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का नंबर मिला है, जो राहुल गांधी के गुरु हैं।'

गौरतलब है कि जिस दौरान बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे तभी कांग्रेस की ओर से मनीष तिवारी ने भी मोर्चा संभाल लिया। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि एक हफ्ते में यह दूसरी बार है जब हमने 5 कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी देखी है।

कांग्रेस के प्रवक्ता ने आरोप लगाया, 'अगर यह अघोषित आपातकाल नहीं तो क्या है? यह न केवल बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है बल्कि यह भारत के संविधान पर भी अटैक है।'

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बता दें कि बीते मंगलवार को देश के अलग-अलग हिस्सों से पांच मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को नक्सल समर्थक होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और इन पांचों सहित करीब 10 लोगों के आवास पर पुणे पुलिस ने छापेमारी की थी।

हैदराबाद में वरवर राव, दिल्ली में गौतम नवलखा, हरियाणा में सुधा भारद्वाज और महाराष्ट्र में अरुण फरेरा और वेरनोन गोंजैल्वस को मंगलवार को इस घटना के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।