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चंद्रबाबू नायडू का केंद्र सरकार पर हमला, कहा- बीजेपी ने आंध्र प्रदेश को हर मोर्चे पर धोखा दिया है

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आंध्र प्रदेश को हर मोर्च पर धोखा दिया है।

Updated on: 02 Jun 2018, 12:43 PM

highlights

  • नायडू ने कहा कि एससी, एसटी और अल्पसंख्यक बीजेपी के शासन में भय में जी रहे हैं
  • 2029 तक आंध्र प्रदेश को भारत का टॉप राज्य बनाने का लक्ष्य रखा नायडू ने
  • नायडू ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को सिर्फ चुनावों के वक्त याद करती है

हैदराबाद:

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू ने एक बार फिर केंद्र सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की है।

चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आंध्र प्रदेश को हर मोर्चे पर धोखा दिया है।

मीडिया को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा, 'विशेष दर्जा हमारा अधिकार है। प्रधानमंत्री मोदी ने हमें चुनावी रैली के दौरान विशेष दर्जा देने का आश्वासन दिया था। लेकिन चुनाव के बाद सीन बदल गया। केंद्र ने अपना पाला बदल लिया। मैंने उन्हें वादों को तेजी से लागू करने को कहा लेकिन उन्होंने नहीं सुना।'

उन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों पर प्रहार करते हुए कहा कि नोटबंदी और जीएसटी की असफलता ने आम लोगों को काफी प्रभावित किया।

नायडू ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें वर्तमान में आसमान को छू रही है। साथ ही उन्होंने कृषि संकट, आयात और निर्यात नीति और अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।

उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार किसानों को सिर्फ चुनाव के वक्त याद करती है। आयात और निर्यात नीति बेहद खराब है। 10 राज्यों में किसान आंदोलन कर रहे हैं। एससी, एसटी, बीसी, अल्पसंख्यक बीजेपी के शासन में भय में जी रहे हैं।'

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने 'नव निर्माण दीक्षा' के दौरान राज्य की पुनर्निमाण और विकास के लिए प्रतिज्ञा ली है, जिसके तहत एक नए और विकसित आंध्र प्रदेश बनाने की प्रतिबद्धता है।

नायडू ने कहा कि उन्होंने 2022 तक राज्य को भारत के टॉप 3 में लाने, 2029 तक भारत के टॉप राज्य बनाने और 2050 तक विश्व का सबसे अच्छे राज्य के रूप में संवारने का लक्ष्य बनाया है।

चंद्रबाबू नायडू ने लोगों से अपील की, 'भ्रष्टाचार मुक्त, आर्थिक असमानता के बिना, सबके लिए रोजगार के साथ एक स्वस्थ और खुशहाल राज्य का निर्माण करें। हम अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। हम 'नव निर्माण दीक्षा' ले रहे हैं।'

गौरतलब है कि केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल रही टीडीपी ने राज्य के विशेष दर्जे और आंध्र प्रदेश को वादे के अनुरूप फंड नहीं मिलने के कारण केंद्र सरकार से इस साल मार्च महीने में नाता तोड़ लिया था।

केंद्र सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल टीडीपी के दो मंत्री पी अशोक गजपति राजू (नागरिक उड्डयन मंत्री) और वाई.एस.चौधरी (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री) ने भी अपना इस्तीफा दे दिया था।

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