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NDA का नहीं सुलझा रार, जेडीयू की इफ्तार पार्टी में जाने से कुशवाहा का इनकार

माना जा रहा है बिहार में एनडीए में उपजे विवाद और तनाव को लेकर कुशवाहा ने इस इफ्तार पार्टी से किनारा कर लिया।

Updated on: 13 Jun 2018, 09:03 PM

पटना:

पटना में सत्ताधारी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की तरफ से आयोजित इफ्तार पार्टी में एनडीए गठबंधन में सहयोगी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा शामिल नहीं हुए।

माना जा रहा है बिहार में एनडीए में उपजे विवाद और तनाव को लेकर कुशवाहा ने इस इफ्तार पार्टी से किनारा कर लिया।

रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर जारी रस्साकशी को देखते हुए कुशवाहा तो इसमें शामिल नहीं हुए लेकिन लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख और केंद्रीय राम विलास पासवान ने इस इफ्तार पार्टी में जरूरी शिरकत की।

आरएलएसपी की मांग है कि बिहार में नीतीश कुमार से ज्यादा विश्वसनीयता उपेंद्र कुशवाहा की है इसलिए उपेंद्र कुशवाहा को सीएम पद का उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए।

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आरएलएसपी नेता नागमणि ने कहा, 'बतौर सीएम नीतीश कुमार की विश्वसनीयता राज्य में कम हुई है और उनसे ज्यादा हमारी पार्टी का राज्य में अब प्रभाव है।'

उन्होंने कहा, 'सिर्फ नीतीश कुमार ही राज्य में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं। आरएलएसपी नेता उपेंद्र कुशवाहा को भी बिहार में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार माना जाना चाहिए।'

नागमणि ने आगे कहा, 'अगर एनडीए को लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत मिलती है तो उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। हम नीतीश कुमार के खिलाफ नहीं हैं लेकिन आज जो स्थिति है उसमें नीतीश कुमार बिहार में एनडीए का चेहरा नहीं हो सकते हैं।'

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