बिहार की कहानी पर फिल्म मिले तो जरूर करूंगी: निशा झा
मिथिला की बेटी का कहना है कि बिहार की कहानी पर कोई भी फिल्म अगर उन्हें मिले, तो वे जरूर करना चाहेंगी।
नई दिल्ली:
भोजपुरी सिनेमा के नवोदित कलाकारों में सबसे ज्यादा धमाल मचा रहीं निशा झा का कहना है कि बिहार, खासकर मिथिला के लोगों की मासूमियत बहुत प्यारी होती है। मिथिला की बेटी का कहना है कि बिहार की कहानी पर कोई भी फिल्म अगर उन्हें मिले, तो वे जरूर करना चाहेंगी। इन दिनों फिल्मी पर्दे पर बिहार की बेटियों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
इसमें एक नया नाम दरभंगा के लक्ष्मीसागर की रहने वाली 12वीं की छात्रा निशा झा का भी जुड़ा है, जिन्होंने अभी हाल ही में रिलीज भोजपुरी की सबसे चर्चित फिल्म 'संघर्ष' में खेसारीलाल यादव की बेटी का किरदार निभाया है।
निशा मूलत: दरभंगा जिले से आती हैं, मगर अभी दिल्ली में रहती हैं। बचपन से ही अपने घर में अपनी मां सुधा झा से अभिनय का ककहरा सीखने के बाद उन्होंने कम उम्र में ही अभिनय के क्षेत्र में कदम रख दिया। इसके बाद आज वह छोटे से लेकर बड़े पर्दे तक पहुंचकर धमाल मचा रही हैं।
हाल ही में अपनी फिल्म 'संघर्ष' के प्रमोशन के सिलसिले में पटना पहुंची निशा ने आईएएनएस के साथ लंबी व खास बातचीत में कहा, "मेरी मां खुद भी एक थियेटर आर्टिस्ट हैं और बचपन से ही मुझे इसके गुर सिखाए गए।"
उन्होंने बताया कि 'डीडी बिहार' चैनल पर मैथिली सीरियल 'गंगा प्रेमक डोर' से उन्होंने अपने अभिनय जीवन की शुरुआत की और उसके बाद इस क्षेत्र में उनकी मांग बढ़ती चली गई। बकौल निशा, "मैं सबसे पहले नेशनल जियोग्राफी के लिए एक वृत्तचित्र में काम किया था। इसके बाद डीडी बिहार के लिए बनी मैथिली सीरियल 'गंगा प्रेमक डोर' व 'पाहुन' में काम किया।"
इसके बाद निशा ने बड़े पर्दे पर दस्तक दी और स्वरा भास्कर के साथ हिंदी फिल्म 'अनारकली ऑफ आरा' में काम किया।
हाल ही में प्रदर्शित पराग पाटिल के निर्देशन में बनी भोजपुरी फिल्म 'संघर्ष' में तो निशा ने फिल्म समीक्षकों तक से अपने अभिनय का लोहा मनवाया। अभिनय की दुनिया में नाम कमाने की ख्वाहिश रखने वाली निशा को बचपन से ही अभिनय का शौक था। निशा अपनी मां की अदाकारी को देखती हुई बड़ी हुई हैं और मां को खुद के काफी करीब बताती हैं।
निशा कहती हैं, "एक्टिंग मेरे लिए पैशन और जुनून है। मैं बस अच्छी कंसेप्ट और कहानी वाली फिल्मों में काम करने की तमन्ना रखती हूं, फिर चाहे इंडस्ट्री और भाषा कोई भी हो। कलाकार के लिए भाषा कोई मायने नहीं रखती।"
निशा ने 'संघर्ष' में काम मिलने के सिलसिले के विषय में पूछे जाने पर कहा, "इस फिल्म के लिए पराग पाटिल ने मुझे तलाशा है। मैंने फिल्म की कहानी सुनी और जब मुझे लगा कि फिल्म का कंसेप्ट अच्छा है, तब फिल्म के लिए हामी भी भर दी। फिल्म में मैं खेसारीलाल यादव और काजल राघवानी की बेटी के किरदार में हूं।"
निशा इस फिल्म में अपनी भूमिका पर गर्व करते हुए कहती हैं कि आज भी वह मां से काफी जुड़ी हुई हैं। निशा के लिए मां ही उनकी दुनिया है। निशा की यही भावना फिल्म 'संघर्ष' में देखने को मिल रहा है, जिसे वह स्वीकारती भी हैं।
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मैथिली भाषा में आजकल बन रही फिल्मों पर निशा कहती हैं कि मैथिली बहुत प्यारी भाषा है, लेकिन यहां बनी फिल्मों के लिए थियेटर तलाशने पड़ते हैं। ऐसे में कोई निर्माता या निर्देशक ऐसी फिल्म क्यों बनाना चाहेगा।
निशा बिहार में आज भले ही ज्यादा समय नहीं दे रही हों, लेकिन बिहार से लगाव उनका कभी भी कम नहीं हुआ है। वह कहती हैं कि बिहार उनके दिल में है और वे बिहार से प्यार करती हैं। निशा को बिहार के लोगों की मासूमियत अच्छी लगती है।
निशा को भोजपुरी सिनेमा में खेसारीलाल यादव और काजल राघवानी पंसद आती हैं और बॉलीवुड में उनकी रोल मॉडल ऐश्वर्या राय बच्चन हैं। नृत्य के प्रति रुझान रखने वाली निशा अपने भविष्य की योजना के विषय में पूछे जाने पर कहती हैं कि अभिनय क्षेत्र में कदम रखा है, इसी क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहूंगी।
नृत्य में अभिनेत्री माधुरी दीक्षित को फॉलो करनी वाली निशा को इस बात का मलाल भी है कि लोगों ने भोजपुरी फिल्म दुनिया को ही अश्लीलता का ठप्पा लगा दिया है।
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उन्होंने कहा, "लेागों को किसी भी क्षेत्र या विषय के लिए सार्थक आलोचना करनी चाहिए न कि केवल आलोचना ही करनी चाहिए।"
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