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बाबरी विध्वंस षड्यंत्र मामले में आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती के खिलाफ षड्यंत्र तय करने पर सुनवाई कल तक के लिये टली

सुप्रीम कोर्ट राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती पर फैसला सुना सकता है।

Updated on: 22 Mar 2017, 11:09 AM

highlights

  • आडवाणी, उमा, जोशी के खिलाफ ढांचा ढहाने के लिए साजिश का मुकदमा चलेगा या नहीं, SC करेगा फैसला
  • 6 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले में सुनवाई में हो रही देर पर चिंता जताया था
  • ओवैसी ने कहा, जानना चाहते हैं कि आडवाणी, जोशी और उमा के खिलाफ साजिश के आरोप तय होंगे या नहीं

नई दिल्ली:

सुप्रीम कोर्ट की मंगलवार की टिप्पणी के बाद अयोध्या विवाद एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बीच आज सुप्रीम कोर्ट ये तय कर सकती है कि बाबरी विध्वंस मामले में आरोपी बीजेपी नेता आडवाणी, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी और अन्य के खिलाफ ढांचा ढहाने की आपराधिक साजिश का मुकदमा चलेगा या नहीं।

सुप्रीम कोर्ट ने 6 मार्च को अयोध्या मामले की सुनवाई में हो रही देरी पर चिंता जताई थी। कोर्ट ने पूछा था कि क्यों ना लखनऊ और रायबरेली की अलग अलग अदालतों में चल रहे मुकदमों का ट्रायल एक साथ किया जाये। सीबीआई ने भी कोर्ट के सुझाव का समर्थन किया था।

अगर कोर्ट दोनों मुकदमों के एक साथ ट्रायल का आदेश देती हैं, तो आडवाणी और दूसरे आरोपियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि तब उन्हें आपराधिक साजिश के मुकदमे का भी सामना करना पड़ेगा।

इस वक्त विवादित ढांचा विध्वंश को लेकर को लेकर दो मुकदमे लखनऊ और रायबरेली की अदालतों में चल रहे हैं, लखनऊ का मुकदमा उन कारसेवको के खिलाफ हैं जिन्होंने विवादित ढांचे को गिराया था।

वहीं दूसरी ओर, रायबरेली वाले मामले में आडवाणी, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी, विनय कटियार, अशोक सिंघल, गिरिराज किशोर जैसे बीजेपी और संघ परिवार से जुड़े लोगों पर उकसाने वाला भाषण देने के लिए आरोपी बनाया गया था।

और पढ़ें: SC का अयोध्या विवाद को अदालत से बाहर सुलझाने का सुझाव, पहले भी 10 बार हो चुकी है बातचीत

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 21 मई 2010 को बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत दूसरे बीजेपी और वीएचपी के नेताओं के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र का मामला हटा लिया गया था। जिसके खिलाफ सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।

इस बीच एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर कहा है कि वह जानना चाहते हैं कि आडवाणी, जोशी और उमा भारती के खिलाफ साजिश के आरोप तय होंगे या नहीं। उन्होंने कहा, 'मानहानि की याचिका पर भी निर्णय करेगा जो 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद से लंबित है।'

ओवैसी ने कहा, 'यह जानने को इच्छुक हूं कि 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आडवाणी, जोशी और उमा भारती के खिलाफ साजिश के आरोप तय होंगे या नहीं।'