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जानिए क्या है अटल बिहारी वाजपेयी और 13 नंबर का कनेक्शन

अक्सर लोग 13 नंबर को खराब या अनलकी बताते हैं। समाज में एक ऐसी धारना बन गई है कि 13 नंबर अशुभ है लेकिन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के लिए 13 नंबर बेहद खास था।

Updated on: 16 Aug 2018, 11:51 AM

नई दिल्ली:

अक्सर लोग 13 नंबर को खराब या अनलकी बताते हैं। समाज में एक ऐसी धारणा बन गई है कि 13 नंबर अशुभ है लेकिन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के लिए 13 नंबर बेहद खास था। वह 13 नंबर को लकी मानते थे। बता दें कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को फुल लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। उनकी हालत बुधवार से नाज़ुक बनी हुई है और उन्हें पिछले 24 घंटो से AIIMS (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) में रखा गया है। बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री को यूरीन मार्ग संक्रमण, कम यूरीन पास होना और छाती में रक्त संचय की शिकायत के बाद 11 जून को ही AIIMS में भर्ती कराया गया था।

क्या है अटल बिहारी और 13 नंबर का कनेक्शन

13 मई 1996 में उन्होंने पहली बार प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली लेकिन बहुमत न साबित कर पाने की वजह से 13 दिन बाद ही उनकी सरकार गिर गई थी। जब दोबारा प्रधानमंत्री बने 13 महीने बाद उनकी सरकार गिर गई। तीसरी बार जब अटल बिहारी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ तो उन्होंने 13 दलों के साथ मिलकर सरकार बनाई। इस बार उन्होंने 13 अक्टूबर 1999 को पद की शपथ ली।

जब अटल बिहारी वाजपेयी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे थे तो उनको कई लोगों ने कहा कि 13 नंबर आपके लिए लकी नहीं है इसलिए आप किसी और दिन शपथ लीजिए लेकिन अटल जी ने किसी की बात न मानते हुए 13 अक्टूबर को ही शपथ ली और उनकी सरकार पूरे 5 साल चली। हालाकि 2004 के चुनाव में 13 मई को मतगणना में बीजेपी को सत्ता गंवानी पड़ी थी। इस चुनाव में वाजपेयी ने 13 अप्रैल को नामांकन दाखिल किया था। 

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बता दें कि दुनिया भर में 13 अंक को अशुभ माना जाता है। कई होटलों में 13वीं मंजिल और 13 नंबर कमरे नहीं होते हैं। कई देशों में अस्पतालों में इस अंक का बिस्तर नहीं होता है।