आजीवन कुंवारे रहने वाले अटल जी का दिल कभी किसी के लिए धड़का था? यहां जानें सच्चाई
अटल बिहारी वाजपेयी के एहसास राजकुमारी कौल के लिए कभी पनपा था।
नई दिल्ली:
अटल बिहारी वाजपेयी एक ऐसा नाम जो चट्टान सा मजबूत और फूल जैसे कोमल दोनों पक्षों को अपने में समेटे हुए है। अब अगर दिल फूल जैसा होगा तो मोहब्बत के एहसास से अटल कैसे अछूते रह सकते हैं। आजीवन कुंवारे रहने वाले अटल जी का दिल कभी किसी के लिए धड़का था? इस बात की तो पुष्टि नहीं होती, लेकिन वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर की मानें तो अटल बिहारी वाजपेयी के एहसास राजकुमारी कौल के लिए कभी पनपा था।
इतना ही नहीं अटल जी पर लिखी गई किताब ‘अटल बिहारी वाजपेयीः ए मैन ऑफ आल सीजंस’ में भी इस बात का जिक्र है। ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज में पढ़ाई के दौरान उनकी दोस्ती राजकुमारी कौल से हुई थी जो आखिरी वक्त तक अटल जी के साथ रहीं। कहा जाता है कि अटल जी ने कॉलेज के वक्त में हर युवा की तरह चिट्टी के जरिए अपने प्रेम का इजहार भी किए थे।
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कहा जाता है कि राजकुमारी कौल के पिता ने उनकी शादी एक कॉलेज प्रोफेसर ब्रिज नारायण कौल से कर दी। जिसके बाद राजकुमारी कौल दिल्ली में शिफ्ट हो गई। इसके बावजूद अटल और राजुकमारी कौल की दोस्ती पर कोई आंच नहीं आई। उनका रिश्ता हर नाम से परे था। इसकी तस्दीक खुद राजकुमारी कौल करती हैं।
राजकुमारी कौल ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘मैंने और अटल बिहारी वाजपेयी ने कभी इस बात की जरूरत नहीं महसूस की कि इस रिश्ते के बारे में कोई सफाई दी जाए।’
अटल जी अपने निजी जीवन मुस्कुराते हुए बोलते भी थे। उनके पास छिपाने को वैसे कुछ नहीं था। एक बार संसद में अटल जी ने कहा था, 'मैं अविवाहित जरूर हूं, लेकिन कुंवारा नहीं।
राजनीति से लेकर सार्वजनिक जीवन तक अटल जी की शख्सियत ही कुछ ऐसी थी, जिसके आगे ना तो कोई कल टिक पाया और ना ही आज कोई टिक पाएगा।
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