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पाकिस्तान से आए थे आसाराम, चाय बेचकर किया था परिवार का गुजारा

नाबालिग से यौन शोषण के आरोप में पिछले 5 साल से जेल में बद आसाराम पर आज जोधुपर की निचली अदालत अपना फैसला सुनाएगी।

Updated on: 25 Apr 2018, 12:42 PM

नई दिल्ली:

नाबालिग से यौन शोषण के आरोप में पिछले 5 साल से जेल में बंद आसाराम को आज जोधुपर की निचली अदालत ने बलात्कार के मामले में दोषी करार दे दिया है।

इस मामले में फंसने से पहले आसाराम को कथित तौर पर देश के बड़े धर्म गुरुओं में से एक माना जाता था। लेकिन क्या आपको पता है कि आसाराम मूल तौर पर भारत के नहीं बल्कि पाकिस्तान के रहने वाले हैं।

जी हां आसाराम का असली नाम असुमल थाउमल हरपलानी है और उनका परिवार मूल तौर पर पाकिस्तान के सिंध प्रांत के नवाज अली तहसील में रहता था। हालांकि भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद आसाराम और उनका परिवार गुजरात के अहमदाबाद में आकर बस गया था।

रिपोर्ट के मुताबिक आसाराम के पिता लकड़ी और कोयले के कारोबारी थे और आसाराम ने सिर्फ तीसरी क्लास तक की ही पढ़ाई की थी।

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पिता की मौत के बाद आर्थिक स्थिति खराब होने पर आसाराम ने परिवार का पेट भरने के लिए कभी तांगा चलाया तो कभी चाय भी बेची। हालांकि 15 साल की उम्र में ही उन्होंने अपना घर छोड़ दिया था और भरुच के एक आश्रम में रहने लगे।

आश्रम में आसाराम राम ने आध्यात्मिक गुरु लीलाशाह नाम से उन्होंने दीक्षा ली और 1973 में उन्होंने अपने पहले आश्रम और ट्रस्ट की स्थापना की।

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