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तेलंगाना को लेकर ओवैसी का पीएम मोदी और अमित शाह पर हमला, कहा- टैक्सपेयर्स की चिंता अभी क्यों?

असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने भी गुजरात दंगों के बाद 2002 में ऐसा (समयपूर्व चुनाव) ही किया था।

Updated on: 15 Sep 2018, 08:54 PM

नई दिल्ली:

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर एक बार फिर निशाना साधा है। ओवैसी ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के उस बयान पर पलटवार किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि टीआरएस (तेलंगाना राष्ट्र समिति) ने विधानसभा चुनाव पहले कराने का निर्णय लेकर तेलंगाना पर अतिरिक्त चुनाव खर्च का बोझ थोप दिया। ओवैसी ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर अमित शाह को टैक्स पेयर की इतनी चिंता है तो स्विट्जरलैंड में नीरव मोदी के साथ तस्वीर कैसे सामने आई थी।

ओवैसी ने प्रधानमंत्री के साथ-साथ अरुण जेटली पर भी माल्या से मुलाकात को लेकर तंज कसा और कहा कि क्या ये सब टैक्सपेयर्स के पैसे नहीं थे।

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'अगर आपको टैक्स पेयर की इतनी चिंता है तो स्विट्जरलैंड में नीरव मोदी के साथ तस्वीर कैसे सामने आई। मेहुल चोकसी को मेहुल भाई किसने कहा था? लंदन जाने से पहले मीटिंग के बारे में किसने कहा? क्या ये टैक्सपेयर्स के पैसे नहीं थे?'

ओवैसी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने भी गुजरात दंगों के बाद 2002 में ऐसा (समयपूर्व चुनाव) ही किया था। उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी गुजरात विधानसभा को समय से पहले भंग कर दिया था।

इसके अलावा ओवैसी ने शाह को चुनौती देते हुए कहा कि अगर बीजेपी अध्यक्ष हैदराबाद से चुनाव लड़ते हैं तो तेलंगाना में उनकी रणनीति हार जाएगी।

बता दें कि शनिवार को हैदराबाद में अमित शाह ने कहा कि टीआरएस के प्रमुख के चंद्रशेखर राव ने क्यों राज्य में जल्द चुनाव कराने का फैसला किया, जब यहां लोकसभा और विधानसभा के चुनाव नौ महीने बाद होने थे।

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 उन्होंने कहा कि के चंद्रशेखर राव ने शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी के विचार 'एक देश एक चुनाव' का समर्थन किया था, लेकिन उनके रुख बदलने से वह आश्चर्यचकित हैं।

बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, 'राव और टीआरएस ने छोटे राज्य पर दो चुनावों का बोझ डाला है। बीजेपी का मानना है कि टीआरएस ने राजनीतिक लाभ के लिए लोगों पर करोड़ों रुपये का अतिरिक्त बोझ डाला है।'

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शाह ने दावा किया कि कांग्रेस शासन के दौरान 15,000 करोड़ रुपये दिए जाने की तुलना में बीते चार वर्षो में राज्य को 2.3 लाख करोड़ रुपये मुहैया कराए गए। उन्होंने कहा कि भाजपा किसी भी राज्य के साथ भेदभाव नहीं करती, बल्कि राजनीतिक तुष्टिकरण का विरोध करती है।