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केंद्र सरकार आंध्र प्रदेश को विशेष पैकेज देने के लिए हमेशा तैयार थी: अरुण जेटली

शुक्रवार को टीडीपी के एनडीए को छोड़ने के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि केंद्र आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे के समान विशेष पैकेज देना चाह रहा था।

Updated on: 17 Mar 2018, 07:48 AM

नई दिल्ली:

आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से शुक्रवार को अलग होने के बाद केंद्र सरकार ने कहा कि वह राज्य को विशेष पैकेज देने के लिए तैयार थी।

शुक्रवार को टीडीपी के एनडीए को छोड़ने और उसके बाद जारी घमासान के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि केंद्र आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे के समान विशेष पैकेज देना चाह रहा था।

जेटली ने कहा, 'हम विशेष पैकेज के मुद्दे को सुलझाने को लेकर लगातार आंध्र प्रदेश के जवाब का इंतजार कर रहे थे।'

वहीं एनडीए से अलग होने के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नायडू ने कहा कि हमारे लोगों को न्याय मिले, इसी आशा के साथ गठबंधन में शामिल हुआ था।

नायडू ने कहा, 'हमने आशा की थी कि हमारे राज्य से अच्छा बर्ताव होगा। जब हमारे गठबंधन में शामिल होने का उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा है, तो इस गठबंधन को बनाए रखने का कोई मतलब नहीं था।'

शुक्रवार सुबह ही विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू की पार्टी टीडीपी ने एनडीए से अलग होने का फैसला किया।

पिछले हफ्ते ही टीडीपी ने केंद्र सरकार से अलग होने का फैसला किया था। जिसके बाद उनके दो सांसदों अशोक गजपति राजू और वाईएस चौधरी ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

आंध्रप्रदेश सीएम कार्यालय से इस बारे में पुष्टि करते हुए कहा, 'टीडीपी ने आंध्रप्रदेश के साथ हो रहे अन्याय को देखते हुए एनडीए से समर्थन वापस लेने का फैसला किया है। चंद्रबाबू नायडू ने पोलित ब्यूरो और सांसदों की अपातकालीन टेलीकांफ्रेस बैठक बुलाई थी जहां सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया।

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