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वित्तमंत्री जेटली ने कांग्रेस पर लगाया आरोप, कहा- महाभियोग को राजनीतिक हथियार बनाकर डराने की कोशिश

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विपक्ष पर आरोप लगाया है कि वह महाभियोग को राजनीतिक हथियार बनाकर डराने की कोशिश कर रही है।

Updated on: 20 Apr 2018, 09:09 PM

नई दिल्ली:

चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग लाने के प्रस्ताव को लेकर बीजेपी आक्रामक हो गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विपक्ष पर आरोप लगाया है कि वह महाभियोग को राजनीतिक हथियार बनाकर डराने की कोशिश कर रही है।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखकर महाभियोग लाने के फैसले पर कांग्रेस और विपक्ष पर तीखा हमला किया है।

उन्होंने महाभियोग को 'बदले की याचिका' करार देते हुए कहा, 'ताकत का इस्तेमाल डराने के लिये करना जबकि आपके पास न तो संख्या है और न ही गलत आचरण के प्रमाण, ये न्यायिक स्वतंत्रता पर एक गंभीर खतरा है।'

उन्होंने कहा, 'मेरी पहली प्रतिक्रिया इस महाभियोग के प्रस्ताव पर साफ है। ये एक बदले की याचिका है जब कांग्रेस का झूठ जज लोया मामले में साबित हो गया। ये जज को डराने की एक कोशिश है और साथ ही हमसे असहमत होने पर दूसरे जजों को संदेश देने की कोशिश है।'

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महाभियोग पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा है और कहा है कि अमित शाह जो अब बीजेपी के अध्यक्ष हैं उनका सोहराबुद्दीन मामले में कोई भूमिका नहीं है। 

जेटली ने कहा है कि जज लोया की मौत मामले में गुरुवार को आए 114 पेज के जजमेंट को पढ़ा, जिसमें 'झूठ गढ़ने के हर षड्यंत्र की सच्चाई का पर्दाफाश हुआ है।' जो देश के लोगों में और राजनीति में दुष्प्रचार कर रहा था।

उन्होंने कहा, 'पहले ऐसा कभी नहीं हुआ कि कुछ राष्ट्रीय राजनीतिक दल, कुछ रिटायर हुए जज और कुछ वरिष्ठ वकीलों ने मिलकर झूठ गढ़ने के काम से खुद को जोड़ा और अब वे षड्यंत्रकारी हो चुके हैं।'

पोस्ट में उन्होंने कहा, 'तथ्यों और कुछ लोगों (ग्रुप्स) की भूमिका का विस्तृत विश्लेषण करना ज़रूरी है, क्योंकि इस तरह की कोशिशें आने वाले समय में भी हो सकती हैं।'

उन्होंने समीक्षा करते हुए कहा है कि कुछ जन हित के धर्मयोद्धा अब संस्था तोड़ने वाले बन चुके हैं, वो किसी भी गलत मामले को लेकर झूठ गढ़ते हैं और उस पर गंभीर प्रतिबद्धता दिखाते हैं, डराने वाली बहस करते है, विरोधियों के प्रति तीक्ष्ण, जजों के प्रति असभ्य और अशिष्ट होते हैं।

उन्होंने कहा कि इन लोगों को दो सहयोगी मिल गए हैं- जिसमें मीडिया का एक सेक्शन है जो इन्हें प्रचार और जगह देता है और दूसरा कांग्रेस जो उनके साथ खुद को जोड़ने के लिये आतुर है।

शुक्रवार को कांग्रेस की अगुवाई में सात विपक्षी दलों ने शुक्रवार को राज्यसभा के सभापति एम.वेकैंया नायडू से मुलाकात कर मुख्य न्यायधीश (सीजेआई) को हटाने के लिए महाभियोग प्रस्ताव सौंपा।

नोटिस देने के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने प्रेस कांफ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी। प्रेस कांफ्रेंस में आजाद ने कहा कि हम सीजेआई दीपक मिश्रा को हटाने के लिए महाभियोग प्रस्ताव ला रहे हैं।

आजाद ने कहा, 'विपक्षी दलों ने भारतीय संविधान के धारा 124 सहित धारा 270 के तहत सीजेआई दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग के प्रस्ताव लाया है।'

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