सोनिया की 'डिनर डिप्लोमेसी' में शामिल नेता कई बीजेपी के संपर्क में: अमित शाह
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने 'डिनर डिप्लोमेसी' को फ्लॉप बताते हुए दावा किया है कि रात्रि भोज में शामिल होने वाले कई नेता उनसे भी संपर्क में हैं।
नई दिल्ली:
2019 लोकसभा चुनाव को लेकर अभी से पार्टियों की तैयारी शुरू हो गई है। इसी क्रम में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 13 मार्च को बीजेपी को घेरने के लिए 'डिनर डिप्लोमेसी' के तहत कई नेताओं को आमंत्रित किया था।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने 'डिनर डिप्लोमेसी' को फ्लॉप बताते हुए दावा किया है कि रात्रि भोज में शामिल होने वाले कई नेता उनसे भी संपर्क में हैं। इतना ही नहीं उन्होंने शाह से अनुरोध किया है कि अगर बीजेपी की तरफ से भी इस तरह की किसी पार्टी का आयोजन होता है तो वह भी पार्टी में शामिल होना चाहेंगे।
शाह ने कहा है कि सोनिया गांधी के 'डिनर डिप्लोमेसी' का बीजेपी की जीत पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।
उन्होंने कहा कि एंटी इंकम्बैंसी सत्ता का उपभोग करने वाले दलों के लिए है, पीएम नरेंद्र मोदी के लिए नहीं क्योंकि वो देश के लिए 20 घंटे काम करने वाले प्रधानमंत्री हैं।
अमित शाह ने कहा कि एक जमाना था जब सभी दल इंदिरा और कांग्रेस के विपक्ष में खड़े थे, ठीक वैसा ही अब पीएम मोदी और बीजेपी के साथ हो रहा है, यह शुभ संकेत हैं।
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वहीं यूपी उपचुनाव में मिली हार पर शाह ने सीएम योगी का बचाव किया है।
शाह ने योगी आदित्यनाथ सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि उपचुनाव के परिणाम राज्य में पार्टी की सत्ता के बारे में जनादेश नहीं है।
उन्होंने एक निजी चैनल से बातचीत करते हुए कहा, 'पार्टी ने उपचुनाव परिणामों को गंभीरता से लिया है और इन चुनावों के परिणामों का गहन विश्लेषण किया जाएगा।'
उन्होंने कहा कि उपचुनावों में बीजेपी की हार के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि मत प्रतिशत का कम होना, साथ ही समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी एकजुट हो जाना।
उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन पर शाह ने कहा कि बीजेपी को विश्वास था कि इसे लोकसभा चुनावों में अगले वर्ष 50 फीसदी से ज्यादा वोट मिलेंगे।
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उन्होंने कहा कि सपा और बसपा के बीच गठबंधन उनके लिए अस्तित्व का सवाल था और साबित हो गया कि राज्य में बीजेपी एकमात्र ताकतवर पार्टी है और रहेगी।
शाह ने कहा कि अगर 2019 में भी सपा-बसपा का गठबंधन होता है तो उनकी पार्टी मुकाबला करने के लिए तैयार है।
शाह ने कहा, 'योगी की सरकार राज्य में शानदार काम कर रही है। यह हमारे सबसे बेहतरीन बीजेपी सरकारों में से एक है। मुझे नहीं लगता कि उपचुनाव के परिणाम योगी सरकार पर जनादेश है।'
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उपचुनाव परिणाम का जश्न मनाने पर कांग्रेस की आलोचना करते हुए शाह ने कहा कि यह हास्यास्पद है कि जिस पार्टी के उम्मीदवारों की दोनों सीटों पर जमानत जब्त हो गई वह जश्न मना रही है।
शाह ने वाईएसआर कांग्रेस और टीडीपी का समर्थन करने के लिए भी विपक्षी दलों पर प्रहार किए जो संसद में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं।
शाह ने कहा, 'हम मुद्दे पर बहस चाहते हैं लेकिन सदन नहीं चल रहा है। विपक्ष सदन नहीं चलने दे रहा है। यह स्पष्ट दर्शाता है कि विपक्षी जानते हैं कि वे नहीं जीत सकते।'
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