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यूपी चुनाव: अखिलेश ने मोदी को दी बहस की चुनौती, बोले-विकास पर जहां चाहें बहस कर लें, मैं तैयार हूं

पांचवें चरण के चुनाव से ठीक एक दिन पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री मोदी के बयानबाजी को लेकर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जनता के लिए यह जानना जरूरी है कि सपा सरकार ने उनके लिए क्या किया है।

Updated on: 27 Feb 2017, 06:56 AM

highlights

  • उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री मोदी के बयानबाजी को लेकर जवाब दिया
  • उन्होंने कहा कि जनता के लिए यह जानना जरूरी है कि सपा सरकार ने उनके लिए क्या किया है
  • अखिलेश ने कहा कि प्रधानमंत्री को लोगों को यह बताना चाहिए कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के लिए क्या किया

New Delhi:

पांचवें चरण के चुनाव से ठीक एक दिन पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री मोदी के बयानबाजी को लेकर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जनता के लिए यह जानना जरूरी है कि सपा सरकार ने उनके लिए क्या किया है।

प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि हम जिस भी रैली में जाते हैं, वहां अपनी सरकार के काम के बारे में बताते हैं। लेकिन मोदी जी किसी भी रैली में केंद्र सरकार के कार्य के बारे में कोई बात नहीं करते।

अखिलेश ने कहा, 'प्रधानमंत्री को काम और उपलब्धियों की बहस करनी चाहिए और इसके लिए वह कोई जगह और समय चुन लें, मैं इसके लिए तैयार हूं।'

बिजली दिए जाने पर भेदभाव किए जाने का जवाब देते हुए अखिलेश ने प्रधानमंत्री मोदी को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। अखिलेश ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश के किसानों का कर्ज माफी करने का ऐलान कर चुकी है तो फिर वह महाऱाष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्य के किसानों का भी कर्ज माफ करना चाहिए।

अखिलेश ने कहा, 'कहीं ऐसा तो नहीं प्रधानमंत्री केवल वोट के लिए उत्तर प्रदेश के किसानों की कर्ज माफी का वादा कर रहे हैं।' अखिलेश ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी पर सवालों की झड़ी लगा दी।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वांचल में चुनाव होने हैं और मैं प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि वह जनता को यही बता दें कि उन्होंने इस इलाके में क्या किया है। अखिलेश ने कहा, 'गोरखपुर में एम्स को जमीन देने का काम कानूनी विवाद में फंस गया था लेकिन मैंने सबसे कीमती जमीन एम्स को दी।'

पूर्वांचल एक्सप्रेस का जिक्र करते हुए कहा उन्होंने कहा आने वाले दिनों में यह उत्तर प्रदेश की तरक्की का रास्ता खोलेगा। अखिलेश ने कहा प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश तो दूर यहीं बता दें कि उन्होंने पूर्वांचल के लोगों को क्या दिया? उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि वह लोगों को यही बता दें कि यहां एम्स का निर्माण कब होगा।

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गोंडा रैली में प्रधानमंत्री के नकल किए जाने की टिप्पणी का जवाब देते हुए अखिलेश ने कहा कि जिन बच्चों को लैपटॉप मिला और जिन बेटियों को विद्या धन मिला है, वह नकल से पास नहीं हुए हैं। अखिलेश ने इन युवाओं से अपील करते हुए कहा है यह उनकी जिम्मेदारी बनती है वह इस चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दें।

अखिलेश यादव ने जाति के आधार पर लैपटॉप बांटे जाने और विद्याधन दिए जाने के आरोपों को खारिज करते हुए शीर्ष 10-10 छात्र एवं छात्राओं के नाम उनके सरनेम के साथ पढ़ा। अखिलेश ने पूछा, 'इन छात्र एवं छात्राओं की सूची को देखकर कैसे कहा जा सकता है, लैपटॉप बांटे जाने और विद्याधन में भेदभाव किया गया।'

भेदभाव के आरोप के खिलाफ अखिलेश ने रखे सबूत

55 लाख महिलाओं को हम समाजवादी पेंशन दे रहे हैं। 18 लाख लैपटॉप दिये हैं। हम भेदभाव के साथ स्कीम नहीं चलाते हैं। हमारे पास कई सूची हैं। गोंडा में आपने कहा कि नकल से लोग पास हो रहे हैं। जिन बहनों, बच्चों के लिए काम किया है। कन्या विद्याधन जिन लोगों को दिया है। सब मेहनत और परिश्रम से पाये हैं। हम सभी से अपील करेंगे कि ऐसे लोगों को चुनाव में सबक सिखाएं। अगर कहीं भी भेदभाव हुआ है तो भाजपा के लोग उसको सामने लाएं।

अखिलेश ने कहा जिन बच्चों को लैपटॉप मिला है, सबसे ऊपर जो नाम हैं आकांक्षा वर्मा, निशा शुक्ला, धर्मेंद्र तिवारी, राजेंद्र यादव, अल्का, गौतम सिंह के नाम गिनाए। कन्या विद्याधन में खुशबू मिश्रा, अनामिका द्विवेदी, शिवानी पांडेय का नाम टॉप में होने का नाम गिनाया। अखिलेश ने कहा कि, मैं जानना चाहता हूं कि किन लोगों ने भेदभाव किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगली सरकार में 30 महीने में बलिया तक एक्सप्रेस वे बना देंगे। अखिलेश ने कहा कि केंद्र सरकार को अपने काम के बारे में जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ तो बताए केंद्र सरकार। जिन्होंने अच्छे दिन लाएंगे, मैं उनसे जानना चाहता हूं।

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