logo-image

क्या तेजस्वी यादव को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करेंगे नीतीश कुमार, JDU को बाहर से समर्थन देने को तैयार BJP

भ्रष्टाचार के मामले में लालू यादव के बेटे और बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद आज पटना में जनता दल यूनाइटेड (जेडी-यू) के विधायकों की बैठक होने जा रही है।

Updated on: 11 Jul 2017, 01:19 PM

highlights

  • राष्ट्रीय जनता दल की बैठक के बाद जनता दल यूनाइटेड की बैठक पर टिकी नजरें
  • क्या भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को बर्खास्त करेंगे नीतीश कुमार
  • महागठबंधन टूटने की स्थिति में बीजेपी ने किया नीतीश कुमार को बाहर से समर्थन देने का ऐलान

नई दिल्ली:

भ्रष्टाचार के मामले में लालू यादव के बेटे और बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद आज पटना में जनता दल यूनाइटेड (जेडी-यू) के विधायकों की बैठक होने जा रही है।

रेलवे के टेंडर में हेरा-फेरी किए जाने के मामले में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद नीतीश कुमार ने अभी तक इस मामले में कुछ भी नहीं बोला है।

विपक्षी दल भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) नीतीश की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए तेजस्वी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग कर रहा है। आरजेडी की विधायक दल की बैठक में तेजस्वी को उप-मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने की सहमति के बाद जेडी-यू की बैठक में लिए जाने वाले फैसले पर लोगों की नजरें टिकी हुई है।

आरजेडी ने सोमवार को अपने विधायकों की बैठक बुलाई थी, जिसमें विधायकों ने तेजस्वी यादव के प्रति समर्थन जाहिर किया। पार्टी ने साफ कर दिया कि तेजस्वी यादव पद नहीं छोड़ेंगे।

बिहार के डिप्टी CM बने रहेंगे तेजस्वी यादव, RJD विधायकों का फुल सपोर्ट

तेजस्वी यादव के खुद इस्तीफा नहीं दिए जाने की स्थिति में अब जेडी-यू के सामने दो ही विकल्प बचते हैं।

पहला विकल्प यह है कि नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव के खिलाफ लगे आरोपों पर चुप्पी साध ले और उन्हें मंत्रिमंडल में बना रहने दे। दूसरा विकल्प उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने का है, लेकिन कुमार का यह फैसला महागठबंधन के लिए मुश्किलें खड़ी कर देगा।

यही वजह है कि बिहार बीजेपी ने खुलकर नीतीश को समर्थन दिए जाने का ऐलान कर दिया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि अगर महागठबंधन टूटता है तो बीजेपी नीतीश कुमार को सरकार बनाने के लिए बाहर से समर्थन देगी।

राय ने कहा कि बीजेपी सरकार में शामिल नहीं होगी। हालांकि उन्होंने साफ किया कि इस बारे में आखिरी फैसला केंद्रीय नेतृत्व को करना है। बिहार विधानसभा में जेडी-यू के 71 जबकि आरजेडी के 80 विधायक हैं।

वहीं बीजेपी के 53 विधायक है। 243 विधानसभा वाले बिहार में सरकार बनाने के लिए 122 विधायकों के समर्थन की जरुरत होती है। महागठबंधन टूटने की स्थिति में अगर बीजेपी, जेडी-यू को बाहर से समर्थन दे तो आसानी से नई सरकार का गठन किया जा सकता है।

राय ने कहा कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के मामले में नीतीश कुमार जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं लेकिन उन्होंने तेजस्वी यादव के मामले में चुप्पी साध रखी है।

संकट में महागठबंधन: RJD की बैठक में क्या इस्तीफा देंगे तेजस्वी यादव या नीतीश दिखाएंगे बाहर का रास्ता!