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Saptaparni: जोड़ों के दर्द के लिए रामबाण है सप्तपर्णी, जानिए इसके सेवन से होने वाले प्रभाव और दुष्प्रभाव

Saptaparni: सप्तपर्णी एक औषधीय पौधा है इसके पत्तों, फूलों, और बीजों का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है. यहां कुछ अल्स्टोनिया स्कॉलेरिस के औषधीय लाभों की संक्षेपमें जानकारी है.

Updated on: 25 Feb 2024, 12:35 PM

नई दिल्ली :

Saptaparni: सप्तपर्णी एक औषधीय पौधा है जो अपने अनेक स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है. इसे हिंदी में सतौना, भी कहा जाता है. सप्तपर्णी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो इसे विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के लिए उपयोगी बनाते हैं. अल्स्टोनिया स्कॉलेरिस के कई औषधीय गुण हो सकते हैं जो इसे लोगों के लिए फायदेमंद बनाते हैं. इसके पत्तों, फूलों, और बीजों का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है. यहां कुछ अल्स्टोनिया स्कॉलेरिस के औषधीय लाभों की संक्षेपमें जानकारी है

सप्तपर्णी के कुछ प्रमुख लाभों में शामिल हैं

पाचन स्वास्थ्य में सुधार: सप्तपर्णी पाचन क्रिया को मजबूत बनाने और कब्ज, अपच, और दस्त जैसी पाचन समस्याओं को दूर करने में मदद करती है.
श्वसन स्वास्थ्य में सुधार: सप्तपर्णी श्वसन स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है. यह श्वसन संक्रमण, खांसी, और अस्थमा जैसी श्वसन समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करती है.
जोड़ों के दर्द में राहत: सप्तपर्णी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो जोड़ों के दर्द, सूजन, और गठिया जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करते हैं.
त्वचा स्वास्थ्य में सुधार: सप्तपर्णी त्वचा के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है. यह मुँहासे, एक्जिमा, और सोरायसिस जैसी त्वचा की समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करती है.
रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि: सप्तपर्णी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करती है. यह शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करता है.
सप्तपर्णी का उपयोग कैसे करें

सप्तपर्णी का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है. इसे चाय, काढ़ा, या पाउडर के रूप में लिया जा सकता है. सप्तपर्णी के पत्तों को भी त्वचा पर लगाया जा सकता है.

सप्तपर्णी का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है.

सप्तपर्णी के कुछ संभावित दुष्प्रभाव भी हैं

गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान सप्तपर्णी का उपयोग नहीं करना चाहिए.
सप्तपर्णी कुछ दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकती है.
सप्तपर्णी का अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट खराब, उल्टी, और दस्त हो सकते हैं.


सप्तपर्णी एक औषधीय पौधा है जो अपने अनेक स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है. यह पाचन स्वास्थ्य, श्वसन स्वास्थ्य, जोड़ों के दर्द, त्वचा स्वास्थ्य, और रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करने में मदद कर सकता है. सप्तपर्णी का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है. सप्तपर्णी का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है.

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