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पहली बार अलास्कापॉक्स वायरस से एक शख्स की मौत, जानें इसके कारण, लक्षण और इलाज 

वायरल पॉक्सवायरस इन्फेक्शन से होने वाली बीमारी है. यह वायरस बुखार, त्वचा पर छाले, और अन्य संक्रमण के लक्षणों का कारण बनता है. इस वायरस का संचार बायरीं दलदली जीवों के संपर्क के माध्यम से होता है,

Updated on: 14 Feb 2024, 02:58 PM

नई दिल्ली:

अलास्कापॉक्स वायरस से हाल में एक शख्स की मौत होने की खबर सामने आई है. यह बहुत ही खतरनाक वायरस है. एक वायरस है जो वायरल पॉक्सवायरस वर्ग का हिस्सा है. यह वायरस विशेषतः अलास्का क्षेत्र में पाया जाता है और इससे एक समान्य और सामान्य छोटी बुखार की बीमारी होती है, जिसमें बुखार, त्वचा पर छाले, और अन्य सामान्य पॉक्सवायरस संक्रमण के लक्षण शामिल होते हैं. यह वायरस जनसंख्या के बीच छाती से छाती के संपर्क से फैलता है, और साधारणतः उसे सामान्य और उपचार योग्य बनाने के लिए संबंधित और अच्छे स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकता होती है.

अलास्कापॉक्स वायरस के कारण 

अलास्कापॉक्स वायरस मुख्यतः वायरल पॉक्सवायरस इन्फेक्शन से होने वाली बीमारी है. यह वायरस बुखार, त्वचा पर छाले, और अन्य संक्रमण के लक्षणों का कारण बनता है. इस वायरस का संचार बायरीं दलदली जीवों के संपर्क के माध्यम से होता है, जैसे कि लोमड़ी, लोमड़ीबिल्ली, और अन्य वन्यजीव. इन जीवों के संपर्क में आने से यह वायरस व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करता है और इंक्यूबेशन की अवधि के बाद लक्षणों का प्रकट होता है. इसलिए, अलास्कापॉक्स वायरस का संचार बायरीं जीवों के संपर्क से होता है और इससे इंसान को संक्रमित होता है.

अलास्कापॉक्स वायरस के लक्षण 

सामान्यतः वायरल प्रकार के बुखार के रूप में उच्च तापमान का अनुभव होता है. छोटे, लाल रंग के छाले जो त्वचा पर उत्पन्न होते हैं और दर्दनाक हो सकते हैं. इसके अलावा थकान, शरीर का दर्द, चक्कर आना, सिरदर्द, और पेट में अस्वस्थता. ये लक्षण आमतौर पर संक्रमण के कुछ दिनों बाद प्रकट होते हैं और सामान्यतः स्वयं ही 1 से 2 हफ्तों में ठीक हो जाते हैं. इसके बावजूद, अगर लक्षण गंभीर होते हैं या लंबे समय तक बने रहते हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.

अलास्कापॉक्स वायरस के उपाय

आराम और पर्याप्त प्यास: विश्राम और पर्याप्त पानी पीना संक्रमण को संयंत्रित करने में मदद कर सकता है.

अस्पताल द्वारा उपचार: अगर स्थिति गंभीर है, तो डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं का उपयोग किया जा सकता है.

दवाओं का उपयोग: डॉक्टर द्वारा सलाहित दवाओं का प्रयोग करें, जैसे कि एंटीवायरल दवाएं और अन्य संबंधित दवाएं.

हाइड्रेशन: रोजाना पर्याप्त पानी पिएं ताकि आपका शरीर प्यासा न रहे.

शरीर की सहायकता: शारीरिक उपायों, जैसे कि उचित पोषण, आराम, और हाइड्रेशन, संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं.

यदि कोई व्यक्ति अलास्कापॉक्स वायरस के संक्रमण से पीड़ित है, तो वह डॉक्टर की सलाह और निर्देशों का पालन करना चाहिए. डॉक्टर द्वारा प्रदान की जाने वाली चिकित्सा सलाह का पालन करना महत्वपूर्ण है.