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Fluid Accumulation: ये बीमारी बनी दंगल गर्ल की मौत का कारण, जानें क्या है इसके लक्षण

Fluid Accumulation: दंगल में छोटी बबीता फोगाट का किरदार निभाने वाली सुहानी भटनागर का आज निधन हो गया, सुहानी के शरीर में फ्लूइड एक्यूम्युलेशन की समस्या उत्पन्न होने लगी थी, आइए जानें क्या है फ्लूइड एक्यूम्युलेशन.

Updated on: 17 Feb 2024, 05:46 PM

नई दिल्ली:

Fluid Accumulation: दंगल की छोटी बबीता यानि सुहानी भटनागर की मौत से बॉलीवुड को बड़ा झटका लगा है. दंगल में अपनी मासूमियत और बेहतरीन अदायगी से सबका दिल जीतने वाली सुहानी मात्र 19 साल की थीं और हरियाणा के फरीदाबाद की रहने वाली थीं. रिपोर्ट्स की मानें तो, कुछ समय पहले सुहानी का एक्सीडेंट हुआ था, इस हादसे में उनके पैर में फ्रैक्चर हो गया था, इलाज के दौरान वो जिन दवाओं का सेवन कर रहीं थी उससे उन्हें रिएक्शन हो गया था, इस रिएक्शन से उनके शरीर में फ्लूइड एक्यूम्युलेशन (fluid accumulation) होने लगा था, जिसका इलाज दिल्ली के एम्स (AIIMS) में चल रहा था, एम्स (AIIMS) में सुहानी काफी दिनों से भर्ती थी और आज यानि 17 फरवरी को उन्होनें इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

क्या होता है फ्लूइड एक्यूम्युलेशन (fluid accumulation)

फ्लूइड एक्यूम्युलेशन (fluid accumulation), जिसे एडिमा भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर के विभिन्न हिस्सों में अतिरिक्त तरल पदार्थ जमा होने लगता है. यह तरल पदार्थ पानी हो सकता है, लेकिन वास्तव में इसमें विभिन्न प्रकार के तरल पदार्थ शामिल हो सकते हैं, जैसे रक्त, लसीका, या अन्य शारीरिक तरल पदार्थ. फ्लूइड एक्यूम्युलेशन के विभिन्न कारण हो सकते है, जैसे कि दिल की समस्याएं, किडनी की समस्याएं, थायराइड समस्याएं, लिवर की समस्याएं, और अन्य रोग या अस्वास्थ्यकर स्थितियाँ. इसके अलावा, गर्भावस्था, वायरल इन्फेक्शन, या दवाओं का उपयोग भी फ्लूइड एक्यूम्युलेशन का कारण बन सकता है. कुछ दवाओं के उपयोग से भी फ्लूइड एक्यूम्युलेशन हो सकता है. विशेष रूप से, कुछ दवाओं का उपयोग किया जाता है जो शरीर में तरलता के लेवल को बढ़ा सकते हैं, जिससे फ्लूइड एक्यूम्युलेशन का खतरा बढ़ सकता है.

शरीर में फ्लूइड एक्यूम्युलेशन (fluid accumulation) के कुछ सामान्य लक्षण

सूजन (अधिक स्थानीय फ्लूइड): सबसे सामान्य लक्षण है सूजन, जो शरीर के विभिन्न हिस्सों में हो सकता है, जैसे कि पैरों, पेट, हाथ, या चेहरा.

श्वसन संबंधी समस्याएँ: फ्लूइड एक्यूम्युलेशन के कारण श्वसन संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं, जैसे कि दमा या श्वसन की कठिनाई.

उबाऊ: फ्लूइड एक्यूम्युलेशन के कारण शरीर में फ्लूइड की अधिकता से शिरा का उबाऊ (वेनस कंजेस्टन) हो सकता है.

थकान: अधिक फ्लूइड के कारण, अत्यधिक थकान महसूस हो सकती है.

खांसी और सांस लेने में कठिनाई: फ्लूइड एक्यूम्युलेशन के कारण पसीने की समस्या हो सकती है, जो खांसी और सांस लेने में कठिनाई का कारण बन सकती है.

उच्च रक्तचाप: फ्लूइड एक्यूम्युलेशन (fluid accumulation) के कारण रक्तचाप बढ़ सकता है, जिसके लक्षणों में चक्कर आना, सिरदर्द, या अस्तव्यस्तता शामिल हो सकते हैं.

मुँह में सूखापन: फ्लूइड एक्यूम्युलेशन के कारण, मुँह में सूखापन या जीभ पर पलेट्स की छाले हो सकते हैं.

मूत्र प्रणाली के लक्षण: फ्लूइड एक्यूम्युलेशन के कारण मूत्र प्रणाली के संकेत हो सकते हैं, जैसे कि बार-बार मूत्र आना, मूत्र में रंग का परिवर्तन, या मूत्र में लक्षणों की गंध.

कुछ दवाओं के उपयोग से फ्लूइड एक्यूम्युलेशन (fluid accumulation) का खतरा

स्टेरॉयड्स: कुछ स्टेरॉयड दवाएं जैसे कि प्रेडनिसोलोन और प्रेडनिजोलोन उपयोग किए जाते हैं जो शरीर में नातिजतन तरलता को बढ़ा सकते हैं, जो फ्लूइड एक्यूम्युलेशन का कारण बन सकते हैं.

नाइट्रेट्स: दिल की समस्याओं जैसे कि अंजीना (छाती में दर्द) के उपचार के लिए नाइट्रेट्स का उपयोग किया जाता है, जो शरीर में वासोडिलेशन (रक्तकोशिकाओं के विस्तार) को बढ़ा सकते हैं और इसके परिणामस्वरूप फ्लूइड एक्यूम्युलेशन को बढ़ा सकते हैं.

सांस लेने से संबंधित दवाएं: कुछ दवाएं जो अस्थमा या अन्य श्वसन संबंधी समस्याओं के उपचार में प्रयोग की जाती हैं, फ्लूइड एक्यूम्युलेशन का कारण बन सकती हैं.

पेन किलर्स: कुछ पेन किलर्स के अधिक उपयोग से फ्लूइड एक्यूम्युलेशन का खतरा हो सकता है. विशेष रूप से, एस्पिरिन और नॉन-स्टेरॉयडल एंटी-इन्फ्लैमेटरी दवाएं (NSAIDs) जैसे कि इबुप्रोफेन और नप्रॉक्सन सोडियम फ्लूइड एक्यूम्युलेशन का कारण बन सकते हैं.

फ्लूइड एक्यूम्युलेशन (fluid accumulation) के इलाज

दवाओं का उपयोग: डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं का उपयोग फ्लूइड एक्यूम्युलेशन को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है. उन्हें उस बुनियादी समस्या के आधार पर प्रेस्क्राइब किया जाता है जिसके कारण फ्लूइड एक्यूम्युलेशन हुआ है.

अन्य उपचार: यदि फ्लूइड एक्यूम्युलेशन की वजह दिल या किडनी समस्याएं हैं, तो उसका उपचार उन समस्याओं को संभालने के लिए किया जाएगा. यह उपचार कार्डियोवास्कुलर चिकित्सा या नेफ्रोलॉजी के विशेषज्ञ द्वारा प्रदान किया जा सकता है.

दावा और आहार: अतिरिक्त तरलता को कम करने के लिए, डॉक्टर आपको अनुस्तानिक दावा और आहार की सलाह दे सकते हैं. यह आहार कम नाट्रियम (नमक) और अधिक पानी या वसा का सेवन करने के बारे में शामिल हो सकता है.

किराया निकालना: कई मामलों में, फ्लूइड एक्यूम्युलेशन को अतिरिक्त तरलता को हटाने के लिए शिशुरक्षा के लिए रिकवरी या हॉमोस्टेसिस के लिए रोगी का अस्पताल में भर्ती किया जा सकता है.

फ्लूइड एक्यूम्युलेशन (fluid accumulation) का इलाज उसके उपाधियों के आधार पर किया जाता है, और इसलिए डॉक्टर की सलाह और निरीक्षण आवश्यक होता है. यदि किसी को इस समस्या का संदेश है, तो उन्हें जल्दी से डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.