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World Obesity Day 2017: बच्चों में तेजी से बढ़ रहा मोटापा, आंकड़े जानकर हो जाएंगे हैरान

विश्व मोटापा दिवस पर WHO ने मोटापे से ग्रस्त लोगों के चौंका देने वाले आंकड़े साझा किये। दुनियाभर में बढ़ता मोटापा चिंताजनक का विषय है।

Updated on: 11 Oct 2017, 09:22 PM

नई दिल्ली:

छोटी उम्र से ही नियमित दिनचर्या का पालन करने के बहुत से फायदे हैं। आजकल की बदलती जीवनशैली के कारण बड़ों से लेकर बच्चों तक की सेहत पर नुकसान पहुंच रहा है।

मोटापा दुनिया भर में एक गंभीर समस्या बनकर उभर रहा है। वयस्कों से लेकर बच्चों में भी मोटापा तेजी से अपनी गिरफ्त में ले रहा है। WHO के मुताबिक दुनियाभर में 42 मिलियन पांच साल के बच्चे मोटापे का शिकार है। 

बच्चों में मोटापे से उन्हें गंभीर रोग जैसे डायबिटीज और दिल संबंधी बीमारियों के होने का खतरा कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है। दुनियाभर में हर साल 20 लाख मोटापे से ग्रस्त लोग अपनी जान खो बैठते है। विश्व मोटापा दिवस पर WHO ने मोटापे से ग्रस्त लोगों के चौंका देने वाले आंकड़े साझा किये।

दुनियाभर में बढ़ता मोटापा चिंताजनक का विषय है WHO ने बच्चों में तेजी से बढ़ रहे मोटापे का चौंकाने वाला खुलासा किया है विश्व स्वाथ्य संगठन के आंकड़ों में बताया गया है कि 1975 में मोटापे से ग्रस्त लोगों की संख्या एक करोड़ दस लाख थी और 2016 में बढ़ कर 12 करोड़ 4 लाख हो गई है

1975 में मोटापे से ग्रस्त वयस्कों की संख्या 100 मिलियन (6 9 लाख महिलाओं, 31 लाख पुरुषों) से बढ़कर 2016 में 671 मिलियन हो गई (390 मिलियन महिलाएं, 281 मिलियन पुरुष)। ग्रीस में लड़कियों और माल्टा में लड़कों में सबसे अधिक मोटापे की दर थी

2016 में, लड़कों और लड़कियों में पोलिनेशिया और माइक्रोनेशिया में मोटापे की दर सबसे ज्यादा थी, लड़कियों में 25.4% और लड़कों में 22.4% थी। अमरीका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड , आयरलैंड और यूनाइटेड किंगडम में भी मोटापे की दर काफी ज्यादा पाई गई थी।

स्वस्थ्य लाइफस्टाइल के साथ इन चीजों का ध्यान रख आप बच्चों में मोटापा काम कर सकते है। करीब 35 से 40 फीसदी अपने माता-पिता के शरीर के बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) से मोटापा विरासत में पाते हैं। यह इस पर निर्भर करता है उनके माता पिता कितने दुबले या मोटे हैं।

अगर आप अपने बच्चों को मोटापे का शिकार होने से बचाना चाहते है तो इन बातों का रखें ख्याल:

  • सप्ताह में एक दिन कार्बोहाइड्रेट्स जैसे सफेद चावल, मैदा और चीनी का सेवन न करे। सफ़ेद चीनी के बजाए ब्राउन शुगर का इस्तेमाल करे।
  • कड़वे और मीठी सब्जियां मिलाकर खाएं जैसे आलू मटर की जगह आलू मेथी बनाएं। करेले, मेथी, पालक, भिंडी जैसी हरी व कड़वी चीजें खाएं।
  • वनस्पति, घी का इस्तेमाल न करे। यह शरीर मे बुरे कोलेस्ट्रोल को बढ़ाकर अच्छे कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
  • एक दिन में 80ML से ज्यादा सॉफ्ट ड्रिंक न पिएं।
  • 30 प्रतिशत से ज्यादा चीनी वाली मिठाइयां न खाएं।