दिल्ली में बढ़ रहा डेंगू का प्रकोप, इन आसान तरीकों से करें अपना बचाव
नगरपालिका की रिपोर्ट के मुताबिक राजधानी दिल्ली में डेंगू ने 1185 लोगों को अपनी चपेट में लिया है।
नई दिल्ली:
मानसून का मौसम बारिश की फुहार के साथ कई बीमारियों को भी लाता है। बरसात के मौसम में पानी भरने के कारण कई बीमारी फ़ैलाने वाले मच्छर पनपते है जिसके कारण बीमारियां होती है। नगरपालिका की रिपोर्ट के मुताबिक राजधानी दिल्ली में डेंगू ने 1185 लोगों को अपनी चपेट में लिया है। सर गंगा राम अस्पताल में इस साल 12 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। 2 सितंबर तक दर्ज किए गए मलेरिया मामलों की संख्या बढ़कर 524 हो गई है जबकि चिकुनगुनिया पीड़ितों की संख्या 392 है। 1185 मामलों में 604 मरीज दिल्ली के थे और बाकी मरीज बाहरी राज्यों के थे।
डेंगू से बचने के लिए मॉस्क्वीटो रेपेलेंट क्रीम लगाए जसिमे कम से कम 10 प्रतिशत डीट हो। क्रीम को शरीर को उन हिस्सों पर लगाए जो ढके हुए न हो।
अपने घर की खिड़कियां और दरवाजें बंद करने के बाद कमरे में कपूर जलाएं। मच्छरों को दूर करने के लिए 15 -20 मिनट तक कपूर रखें। इसके अलावा आप आधा नींबू का टुकड़ा और लौंग सोते वक़्त अपने बेड के पास रख दे ऐसा करने से मच्छर दूर रहेंगे।
सोते समय मॉस्क्वीटो नेट का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से आप मछरों के डंक से सुरक्षित रहेंगे।
मच्छरों को भगाने और मारने के लिए मच्छरनाशक क्रीम, स्प्रे, मैट्स, कॉइल्स आदि इस्तेमाल करें।
बाहर एक्सरसाइज करने से बचें क्यूंकि व्यायाम करते हुए शरीर से निकलने वाले पसीने से मच्छर आकर्षित होते है।
डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता हैं, इसलिए टायर , गुलदस्ता , कूलर , पौधों आदि में पानी जमा न होने दे।
पक्षियों के बर्तन को रोजाना खाली करें, उन्हें सुखाएं और फिर भरें। घर में टूटे-फूटे डिब्बे, टायर, बर्तन, बोतलें आदि न रखें।
डेंगू और चिकनगुनिया वायरल से बचने के लिए नीम के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। नीम का तेल त्वचा पर लगाने से डेंगू के मच्छर आपको नहीं काटते। नीम के पत्ते खाने से इम्युनिटी बढ़ने के साथ खून भी साफ़ होता है।
डेंगू के बुखार से बचने के लिए रोजाना नीम के पत्तों को उबालकर पानी पीना चाहिए। इसये एंटी-माइक्रोबियल, एंटी प्योरेटिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी पर असर पड़ता है।
रोजाना नीम के पत्तों का धुआं घर में करना चाहिए ऐसा करने से घर में छुपे मच्छर मर जाते हैं।
तुलसी के पत्तों से बने काढ़े में एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज मौजूद होती है. इसे पीने से डेंगू का बुखार दूर रहता है
डेंगू में पपीते की पत्तियों का जूस किसी रामबाण से कम नहीं है। तेजी से गिरते प्लेटलेट्स को फिर से बढ़ाने और खून के थक्के को जमा होने से रोकने में यह मदद करता है।
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