क्या कान की खराबी से होता है माइग्रेन?
माइग्रेन से पीड़ित लोगों को कान बजने की शिकायत के साथ-साथ कान के भीतरी हिस्से में कोई विकार या कमी भी हो सकता है।
ताइपे:
माइग्रेन से पीड़ित लोगों को कान बजने की शिकायत के साथ-साथ कान के भीतरी हिस्से में कोई समस्या भी हो सकता है। यह बात एक हालिया शोध में सामने आई है। माइग्रेन एक तरह की बीमारी है, जिसमें आधे सिर में दर्द की शिकायत होती है। शोधकर्ताओं ने पाया कि कान की तंत्रिका (Nerve) में खराबी के कारण माइग्रेन की शिकायत हो सकती है। खासतौर से माइग्रेन के मरीजों में कान बजने की शिकायत ज्यादा होती है।
ताईवान के डलिन त्जू ची अस्पताल के जुएन हाउर व्हांग समेत शोधकर्ताओं ने कहा, 'शोध से कान की तंत्रिका यानी कॉक्लीयर माइग्रेन के बारे में पता लगाने में मदद मिल सकती है।'
कान की तंत्रिका संबंधी खराबी से कान का भीतरी हिस्सा प्रभावित होता है। इसी हिस्से में झनझनाहट या कान बजने की शिकायत होती है जिसे सेंसोरीन्यूरल हियरिंग इंपेयरमेंट कहते हैं। इससे अचानक बहरापन भी पैदा हो सकता है।
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यह शोध जामा ऑटोलेरिंगोलोजी जर्नल में प्रकाशित हुआ है। शोध में शामिल लोगों में 1,056 मरीज शामिल थे, जिन्हें माइग्रेन की शिकायत थी। इसके अलावा टीम में 4,224 लोग ऐसे थे जिन्हें माइग्रेन की शिकायत नहीं थी।
माइग्रेन के मरीजों में कान की खराबी, माइग्रेन रहित लोगों की तुलना में 12.2 फीसदी अधिक पाई गई।
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