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कम नींद और प्रदूषण ले सकता है आपकी जान

महाराष्ट्र के नागपुर में 24 साल के रेडियो जॉकी शुभम को लाइव शो के दौरान हार्ट अटैक आ गया और उसकी जान चली गई

Updated on: 20 Oct 2016, 08:03 PM

highlights

  • युवाओं में 30 से 40 फीसदी तक बढ़ चुका है हार्ट अटैक का मामला
  • जंक फूड, शराब और सिगरेट हार्ट अटैक की सबसे बड़ी वजह
  • प्रदूषण की वजह से शरीर को नहीं मिलता जरूरी ऑक्सीजन

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र के नागपुर में 24 साल के रेडियो जॉकी शुभम को लाइव शो के दौरान हार्ट अटैक आ गया और जबतक उसे अस्पताल पहुंचाया गया तब तो वो दम तोड़ चुका था। ये कोई पहला मामला नहीं है जब किसी युवा को इतनी कम्र उम्र में हार्ट अटैक की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी हो। इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं।

युवाओं में 30 से 40 फीसदी तक बढ़ चुका है हार्ट अटैक का मामला

डॉक्टरों की माने तो युवाओं को इतनी कम्र में हार्ट अटैक  का सामना करना पड़ा रहा है उसका सबसे बड़ा कारण है उनकी गलत जीवन शैली। डॉक्टरों के मुताबिक पिछले 10 सालों में 40 साल से कम उम्र के लोगों में दिल का दौरा यानि की हार्ट अटैक पड़ने की संख्या करीब 25 प्रतिशत बढ़कर 30 से 40 फीसदी के बीच पहुंच चुका है।

शराब, सिगरेट और जंग फूड आप पर पड़ सकता है भारी

 डॉक्टरों के मुताबिक गलत जीवन शैली की वजह से ही युवाओ को हार्ट अटैक आ रहे हैं। आज के युवाओं की जीवन शैली में अत्यधिक तनाव है। वो बेहद कम सोते हैं, तनाव भगाने के लिए बेहिसाब सिगरेट और शराब पीते हैं, ज्यादा कोलेस्ट्रोल वाले जंक फूड खाते हैं, ज्यादातर समय लैपटॉप और आईपैड पर बीताते हैं जिसकी वजह से वो शारीरिक तौर पर पर ज्यादा सक्रिय नहीं रह पाते जिसका सीधा असर उनके हृदय और धमनियों पर पड़ता है।

प्रदूषण ले सकता है आपकी जान

हवा में ज्यादा प्रदूषण की वजह से शरीर के अंदर कार्बन मोनोआक्साईड की वजह से प्लेटलेट्स में ज्यादा चिपचिपापन और एथेरोसिलेरोसिस आ जाता है जो धमनियों को शुद्ध ऑक्सीजन नहीं दे पाता जिससे अचानक मौत होने का खतरा बढ़ जाता है।

हम आपको हार्ट अटैक से जुड़े कुछ ऐसे लक्षण बता रहे हैं जिसको महसूस होते ही आप समझ जाइए कि अब आपका शरीर आप की बुरी आदतों को सहने लायक भी नहीं बचा है।

हार्ट अटैक के लक्षण

1.सीने में असहजता
2.शरीर के ऊपरी हिस्से में दर्द,पेट में दर्द
3.सांस उखड़ना या सांस लेने में तकलीफ
4.ज्यादा चिंता होना और लगातार पसीना आना
5.हाथ, कंधे या जबड़े में दर्द होना और उल्टी आना

आमतौर पर आज से 20-25 साल पहले हार्ट अटैक युवाओं को नहीं आते थे और 50 साल की उम्र पार करने के बाद ही किसी शख्स को हार्ट अटैक होता था लेकिन इन 25 सालों में प्रदूषण के बढ़ते स्तर और शारीरिक रूप से ज्यादा सुस्त होने की वजह से ये बीमारी अब युवाओं को भी अपना शिकार बनाने लगा है।