logo-image

बच्चों में स्मार्टफोन की लत का करना पड़ रहा है इलाज

दुनिया में तकनीक की लत इस हद तक बढ़ती जा रही है कि अब 13 साल तक के बच्चों को इससे मुक्ति दिलाने के लिए बकायदा इलाज करना पड़ रहा है।

Updated on: 18 Apr 2017, 12:10 PM

नई दिल्ली:

अगर जरूरत से ज्यादा किसी भी चीज को इस्तेमाल करेंगे तो उसकी लत लगने में ज्यादा वक्त नहीं लगता है। ऐसे ही दुनिया में तकनीक की लत हद तक बढ़ती जा रही है।

अब 13 साल तक के बच्चों को इससे मुक्ति दिलाने के लिए बकायदा इलाज करना पड़ रहा है। यहां एक उपचार केंद्र में स्मार्टफोन और वीडियो गेम का अत्यधिक इस्तेमाल करने के शिकार बच्चों का इलाज चल रहा है।

एक न्यूज की रिपोर्ट ने बताया कि सिएटल के नजदीक रिस्टार्ट लाइफ सेंटर पश्चिमी दुनिया में इस तरह के इलाज के लिए इकलौता केंद्र है जो किशोरों को डिजिटल तकनीक की लत से छुटकारा दिलाता है।

इस उपचार केंद्र में 13 से 18 साल तक के किशोरों का इलाज किया जाता है जिसका नाम सेरेनिटी माउंटेन है।

और पढ़ें: भारत में पहली बार फिस्ट्रोलॉजी थेरेपी लॉन्च, 'यज्ञ' के वैज्ञानिक प्रयोग का होगा इस्तेमाल

रिस्टार्ट ने एक बयान में कहा, 'अंतहीन आभासी प्रभाव से भरी इस दुनिया में हमारे निजी और पारिवारिक संबंध बिगड़ रहे हैं।'

डॉ. हिलारी कैश ने बताया, 'जब हम ऐसे डिवाइस बच्चों को देते है तो वे डिवाइस से निकलने वाली आवाज और रोशनी के प्रति प्राकृतिक आवाज और रोशनी की तुलना में कहीं ज्यादा आकर्षित होते हैं। इसके कारण बच्चों की प्रकृति और समाज से जुड़ने की स्वाभाविकता खत्म हो जाती है।'

यह इलाज अलग-अलग चरणों में किया जाता है। इनमें आमतौर से 8 से 12 हफ्तों का समय लगता है। जिन्हें ज्यादा समय तक इलाज की जरूरत होती है उनका साल भर तक इलाज किया जाता है।

और पढ़ें: IPL 2017 Live Score, DD Vs KXIP: हाशिम आमला आउट, पंजाब को पांचवा झटका, 189 का है लक्ष्य