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गुजरात चुनाव: पटेलों के बाद क्या बीजेपी से नाराज हैं गुजरात के राजपूत!

गुजरात में बीजेपी के खिलाफ अब राजपूत समाज ने मोर्चा खोल दिया है। हाल ही में राजपूतों ने एक सम्मेलन आयोजित किया था, जिसमें उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघाणी का इस्तीफा मांगा।

Updated on: 06 Nov 2017, 10:45 PM

नई दिल्ली:

गुजरात चुनाव में पाटीदारों की नाराजगी झेल रही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए नई मुश्किल खड़ी हो गई है।

पार्टी के खिलाफ अब राजपूत समाज ने मोर्चा खोल दिया है। हाल ही में राजपूतों ने एक सम्मेलन आयोजित किया था, जिसमें उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघाणी का इस्तीफा मांगा।

सम्मेलन के दौरान इस बात का भी जिक्र किया गया कि पार्टी अगर उनका इस्तीफा नहीं लेती है तो चुनाव में बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ सकता है।

वाघाणी पर कई एकड़ गोचर जमीन हड़पने का आरोप है। वाघाणी के खिलाफ पास के एक गांव के सरपंच ने आवाज उठाई थी। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पर लोगों को डराने धमकाने का आरोप है।

वहीं पार्टी अपने प्रदेश अध्यक्ष के साथ खड़ी दिखाई दे रही है। बीजेपी का कहना है कि निजी बातों को समाज के साथ जोड़कर लोगों को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है।

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गौरतलब है कि अहमदाबाद में राजपूतों ने एक सम्मेलन आयोजित किया था और इसमें वाघाणी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। सम्मेलन में राजपूत समाज ने वाघाणी से माफी मांगे जाने की मांग की।

इस सम्मेलन के दौरान राजपूत नेता ने कहा, 'हम बीजेपी के खिलाफ नहीं हैं। हमे जीतू भाई का इस्तीफा चाहिए। अगर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो हम आंदोलन को और तेज करेंगे।'

बीजेपी प्रवक्ता आई के जडेजा ने बताया, 'जमीन अतिक्रमण की कहानी झूठी है। निजी मामलों को समाज के साथ जोड़कर दिखाया जा रहा है। लोगों के बीच अफवाह फैलाई जा रही है।'

गुजरात की करीब 35 विधानसभा सीटों पर राजपूत जीत-हार में निर्णायक भूमिका निभाते हैं।

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