logo-image

गुजरात चुनाव: मोदी को याद आई गुजराती 'अस्मिता', कांग्रेस का वापसी का दावा

मोदी ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन जहां 'गुजराती अस्मिता' का हवाला देते हुए गुजरातियों से विपक्ष के कथित झूठे प्रचार का करारा जवाब देने की भावुक अपील की तो वहीं राहुल ने जोरदार बहुमत के साथ सत्ता में वापसी का दावा किया।

Updated on: 12 Dec 2017, 11:21 PM

highlights

  • सोमवार को गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए चल रहा सियासी शोर पूरी तरह से थम गया
  • दूसरे चरण के लिए कुल 93 सीटों पर 14 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे

नई दिल्ली:

सोमवार की शाम 5 बजे गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए चल रहा सियासी शोर पूरी तरह से थम गया। दूसरे चरण के लिए कुल 93 सीटों पर 14 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे।

राज्य विधानसभा के इस चरण के लिए कुल 851 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनके लिए 2.22 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। पहले चरण का मतदान 9 दिसंबर को हुआ था, जिसमें 89 सीटों के लिए मतदान हुआ था।

गुजरात चुनाव के नतीजे 18 दिसंबर को आएंगे।

राज्य में पिछले 22 सालों से बाहर कांग्रेस इस बार के चुनाव में सत्ता पर अपनी दावेदारी ठोक रही है वहीं बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) ने कहा कि मौजूदा चुनाव कांग्रेस के लिए 'ब्लू-व्हेल' गेम साबित होने जा रहा है।

'ब्लू-व्हेल' एक ऐसा गेम है, जिसके आखिर में खेलनेवाले को आत्महत्या करनी पड़ती है।

2017 का गुजरात विधानसभा चुनाव पहली बार जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिना हो रहा है वहीं दूसरी तरफ इस चुनाव में कांग्रेस के प्रचार अभियान की कमान सीधे राहुल गांधी के हाथों में रही है।

भले ही गुजरात चुनाव नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद हो रहा है लेकिन पार्टी के प्रचार की कमान मोदी के हाथों में ही रही है।

मोदी ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन जहां 'गुजराती अस्मिता' का हवाला देते हुए गुजरातियों से विपक्ष के कथित झूठे प्रचार का करारा जवाब देने की भावुक अपील की तो वहीं राहुल ने जोरदार बहुमत के साथ सत्ता में वापसी का दावा किया।

और पढ़ें: गुजरात में कांग्रेस बनाएगी सरकार, बीजेपी खो चुकी है अपनी जगह: राहुल गांधी

इससे पहले मोदी ने जहां पाकिस्तानी कनेक्शन का जिक्र कर कांग्रेस पर हमला बोला वहीं राहुल ने पलटवार करते हुए साफ किया कि पीएम इस पूरे चुनाव में पाकिस्तान समेत अन्य देशों का जिक्र कर रहे हैं, लेकिन उनके भाषणों से गुजरात सिरे से गायब है।

पालनपुर की रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने दावा किया था कि मणिशंकर अय्यर के घर 'सीक्रेट मीटिंग' हुई थी, जिसमें पाकिस्तानी राजनयिक, पूर्व उप-राष्ट्रपति और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शामल हुए थे।

मोदी ने दावा किया कि उस बैठक के एक दिन बाद ही अय्यर ने उन्हें 'नीच' बताया था।

मोदी के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि मोदी झूठ फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात चुनाव में हार की आशंका को देखकर बौखलाए मोदी लगातार झूठ बोल रहे हैं।

उन्होंने प्रधानमंत्री से इस मामले में माफी भी मांगने की अपील की, जिसे बीजेपी ने खारिज करते हुए उल्टे सिंह से ही माफी मांगने की अपील कर डाली।

गुजरात विधानसभा चुनाव का पूरा प्रचार जाति और धर्म से जुड़े मुद्दे एवं विवादों पर ही लड़ा गया। इस दौरान विकास का मुद्दा जैसे गायब ही रहा।

नोटबंदी और गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) को सबसे बड़ा सुधार बताने वाली बीजेपी ने पूरे चुनावी प्रचार के दौरान इन मुद्दों से दूरी बनाए रखी, लेकिन राहुल गांधी ने इन दोनों मुद्दों के साथ राज्य में बढ़ती कथित बेरोजगारी के मुद्दे को जमकर उठाया।

प्रचार के आखिरी दिन दोनों नेताओं की कोई रैली तो नहीं हुई लेकिन पीएम मोदी ने जहां ट्विटर पर गुजरात के लोगों से भावनात्मक अपील करते हुए विपक्ष के कथित झूठे आरोपों पर करारा जवाब देने की अपील की तो राहुल गांधी ने अहमदाबाद में जगन्नाथ मंदिर का दर्शन करने के बाद मोदी पर हमला बोला।

राहुल ने कहा, 'बीजेपी अपनी जगह खो चुकी है।' राहुल ने कहा, 'राज्य में पहले चरण के मतदान के बाद हमें भरोसा है कि हम यहां सरकार बनाने जा रहे हैं।'

मंगलवार के दिन ही प्रधानमंत्री मोदी ने अंबाजी मंदिर के दर्शन किए और इस दौरान सी-प्लेन से उनकी यात्रा को लेकर कांग्रेस ने उन पर तंज कसा, जिस पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने कहा, 'एक ओर पीएम मोदी का सी-प्लेन है जो गुजरात को नई ऊंचाईयों को ले जाएगा तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस का 'सी- प्लान (C-Plan)' है जो है 'करप्शन का प्लान।'

गौरतलब है कि कांग्रेस ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम के सी-प्लेन को 'ध्यान से भटकाने' वाला बताया था।

और पढ़ें: 'सी प्लेन' को रविशंकर ने बताया- कांग्रेस का 'C-Plan'

उन्होंने कहा था, 'सी प्लेन पर यात्रा करने में कुछ भी गलत नहीं है अगर पीएम मोदी ऐसा चाहते हैं तो, इसमें कुछ भी गलत नहीं है लेकिन यह एक डिस्ट्रेक्शन (उनकी तरफ से ध्यान हटाने की कोशिश) है। असली मुद्दा यह है कि उन्होंने 22 सालों में गुजरात की जनता के लिए क्या किया है।'

गुजरात विधानसभा चुनाव को मोदी की प्रतिष्ठा से जोड़कर देखा जा रहा है। कांग्रेस ने इस चुनाव में जिस तरह से पाटीदार, ओबीसी और दलित नेताओं को मिलाकर गठबंधन बनाया है वह बीजेपी के लिए मुश्किल पैदा कर रहा है। कांग्रेस राज्य में पिछले 22 सालों से सत्ता से बाहर है।

पटेल अभी तक बीजेपी के परंपरागत वोटर रहे हैं लेकिन इस चुनाव में वह बीजेपी के खिलाफ जा सकते हैं। पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटले खुलेआम बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस को समर्थन देने की अपील कर चुके हैं।

गौरतलब है कि 2012 के विधानसभा चुनाव में 182 सीटों वाले विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को 115 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस को महज 61।

और पढ़ें: गुजरातियों से PM की भावुक अपील, कहा-हम 1 और 1 मिलाकर 11 बनाएंगे