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Vivek Agnihotri बॉलीवुड से होकर भी बने इंडस्ट्री के दुश्मन!

फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) लगातार अपनी स्टेटमेंट्स के चलते चर्चा में बने हुए हैं. लेकिन हाल ही में उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया है, जिसे सुनने के बाद लोगों का कहना है कि वो इंडस्ट्री के दुश्मन बन गए हैं.

Updated on: 17 Sep 2022, 01:23 PM

नई दिल्ली:

फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) लगातार अपनी स्टेटमेंट्स के चलते चर्चा में बने हुए हैं. जिस पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया भी सामने आ रहीं हैं. इसी कड़ी में हाल ही में विवेक ने बॉलीवुड बॉयकॉट ट्रेंड (Vivek Agnihotri on bollywood boycott trend) को लेकर बड़ी बात कह दी है. जिसमें उन्होंने कहा है कि 'यह अच्छा है'. जिसके बाद से बॉलीवुड के समर्थन में बोल रहे तमाम लोग आगे आ गए हैं और उन्हें खरी-खोटी सुनानी शुरू कर दी है. लोगों का कहना है कि अग्निहोत्री बॉलीवुड के होकर भी इंडस्ट्री के दुश्मन बन गए हैं. तो क्या है पूरा मामला, आज हम आपको इस आर्टिकल में बताने वाले हैं. 

कैंसिल कल्चर के बारे में बोलते हुए डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri on cancel culture) ने कहा कि यह एक अच्छा चलन है. उनका कहना है कि यह एक जटिल मुद्दा है और 'बॉलीवुड बॉयकॉट' ट्रेंड 'बेहद अच्छा' है, क्योंकि इससे पता चलता है कि लोग फिलहाल सामने आ रहे कंटेंट से कितने हताश हैं. जिसके बारे में बॉलीवुड को सोचना चाहिए. विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri latest statement) ने आगे कहा कि इसका रिजल्ट काफी पॉजीटिव होगा. उन्होंने 'बॉलीवुड' से खुद को दूर करते हुए आगे कहा कि 'वह 'बॉलीवुड' का हिस्सा नहीं हैं, जो आजमाए और परखे हुए फॉर्मूले का इस्तेमाल करता है. वह इससे बाहर हैं और हिंदी फिल्में बनाते हैं.'

इसके अलावा अग्निहोत्री ने आमिर खान के पिछले स्टेटमेंट्स को 'लाल सिंह चड्ढा' (Vivek Agnihotri on laal singh chadha failure) के असफल होने की वजह बताने पर भी बात की. जिसमें उन्होंने कहा, “आमिर द्वारा उन कमेंट्स के बाद दंगल रिलीज हुई थी और बॉयकॉट के बावजूद यह सबसे बड़ी हिट साबित हुई थी. एक बात जो मैं जोड़ना चाहता हूं कि मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं. मैं बस इतना चाहता हूं कि फिल्म इंडस्ट्री में सुधार किया जाए. यह नकली बिजनेस मॉडल एक गर्म हवा के गुब्बारे की तरह है, जो फट गया है. इंडस्ट्री को मूल सिद्धांतों पर वापस आना चाहिए. केवल सितारों और उनके पीआर कैंपेन पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय उन्हें इसी पर ध्यान देना चाहिए."