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बाहुबली 2 रिव्यू: हर एक सीन है पैसा वसूल, जोशीले प्रभास की हर एंट्री पर दर्शकों ने खूब बजाई तालियां और सीटियां

'बाहुबली-2 द कन्क्लूजन' का पहले ही सीन में दर्शकों को उत्साह से भर देती है।

Updated on: 29 Apr 2017, 09:52 PM

नई दिल्ली:

एसएस राजामौली की पिछले 5 साल की मेहनत जब दूसरे भाग में दर्शकों के सामने आई तो सिनेमाहॉल में तालियों की गड़गड़ाहट से इसका स्वागत किया गया। 'बाहुबली-2 द कन्क्लूजन' का पहले ही सीन में दर्शकों को उत्साह से भर देती है। प्रभास की दमदार एंट्री से ही मूवी आगे कैसी है इसका अंदाजा लग गया था।

एसएस राजामौली के डायरेक्शन में बनी यह मूवी फिर से सभी किरदारों को आपके अंदर जीवित कर देती है। जिन्होंने इस सीरीज की पहली मूवी देखी है वे ही इस मूवी को ठीक से एंजोय कर सकते है। पहली मूवी जहां खत्म हुई थी वहीं से इस मूवी की शुरुआत होती है।

प्रभास, राणा दुग्‍गुबाती, अनुष्का शेट्टी, तमन्ना भाटीया, रामया, सत्‍यराज और नासर जैसे कलाकार पूरी मूवी में आपको एक अलग ही अनुभूति देते हैं। ज्यादातर दर्शक इस जवाब के लिए इस मूवी को देखने गए थे आखिर कट्प्पा ने बाहुबली को क्यों मारा? दर्शकों को इस बात का जवाब तो मिला ही साथ ही उन्हें इस मूवी से जो आशा थी मूवी ने वह भी पूरी की।

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मूवी के हर सीन में प्रभास का जोश देखते ही बन रहा था। पर्दे पर मूवी चल रही थी और यहां सभी की धड़कने बढ़ी हुईं थीं। मूवी के हर सीन में अनुष्का शेट्टी और प्रभास का तालमेल देखते ही बन रहा था। इनकी लव स्टोरी की शुरुआत में दर्शकों को लगा कि शायद स्टोरी बहुत खींच दी गई है।

अचानक से युद्ध का आगाज और प्रभास और सत्यराज के युद्ध कौशल ने आखिर में एक छोटे से राज्य को बड़े दुश्मन से जीत दिलाई। इसके बाद एंट्री होती है शिवगामी देवी के असली तेवर की। शिवगामी ने पहले पार्ट में इस बात का जिक्र किया था कि उनसे कोई पाप हुआ। उस पाप को इस मूवी में कटप्पा के साथ बखूबी पिरोया गया है।

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दर्शकों ने हर उस सीन में तालियों से बाहुबली का स्वागत किया जब उसने एक राजा की तरह न्याय किया, धर्म का साथ दिया और एक महिला के मान को बचाने के लिए अपनी मां के ही खिलाफ खड़ा हो गया। वहीं जूनियर बाहुबली को पिता की तरह ही युद्ध करते दिखाया गया है जबकि इस बात का कहीं जिक्र नहीं है कि उसने युद्ध कौशल कहां से सीखा।

मूवी में आधा काम तो दृश्य कर रहे थे और बाकी आधा काम आपके उत्साह को जीवित रखने का बैकग्राउंड म्यूजिक कर रहा था। वहीं ग्राफिक्स का इस्तेमाल बहुत ही अच्छे स्तर पर किया गया है। पिछली मूवी से यह मूवी इस मामले में भी कहीं आगे निकली है।

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पिछली मूवी में एक ही युद्ध को बखूबी दर्शाया गया था लेकिन इस बार यह मजी भी डबल रहा। दो युद्ध इस मूवी में दिखाए हैं जिसमें पूरी तरह से बाहुबली सीनियर और एक युद्ध में बाहुबली जूनियर के युद्ध कौशल को दिखाया गया है।

आखिर में जब बाहुबली जूनियर और भल्लादेव की लड़ाई का दृश्य है वह तो हॉलीवुड के हल्क और थोर की लड़ाई का अनुभव देता है। दो महामानवों की लड़ाई उसी स्तर पर गई।

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