logo-image

सुषमा स्वराज ने 8 देशों के समकक्षों के साथ बैठक की, भारत में निवेश लाने की कवायद

संयुक्त राष्ट्र महासभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने द्विपक्षीय सहयोग और भारत के विकास एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए आठ देशों के समकक्षों के साथ मुलाकात की।

Updated on: 20 Sep 2017, 07:35 AM

नई दिल्ली:

संयुक्त राष्ट्र महासभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने द्विपक्षीय सहयोग और भारत के विकास एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए आठ देशों के समकक्षों के साथ मुलाकात की। इस बैठक में विदेश मंत्री ने मेक्सिको, नॉर्वे, बेल्जियम, ट्यूनीशिया, बहरीन, लातविया, संयुक्त अरब अमीरात और डेनमार्क के विदेश मंत्रियों के साथ बातचीत की।

बैठक में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संवाददाताओं से कहा, 'बात मुख्य रुप से द्विपक्षीय सहयोग पर केंद्रित थी। बैठक के दौरान सुषमा ने ट्यूनीशिया के विदेश मंत्री से कहा कि वह 30 और 31 अक्तूबर को नई दिल्ली में दोनों देशों के बीच होने वाली संयुक्त आयोग की अगली बैठक का इंतजार कर रही हैं।'

इसके बारे में जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, 'आर्थिक संबंधों को बेहतर बनाने के लिए बहुत सी चर्चाएं की गईं। भविष्य में फार्मा, वस्त्र, जैव प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सहयोग करने पर चर्चा की गई।'

UN महासभा: उत्तर कोरिया के न्यूक्लियर प्रोग्राम की जांच की मांग कर सुषमा ने पाकिस्तान को घेरा

उन्होंने बताया, विदेश मंत्री ने देखा कि भारतीय फार्मा उत्पादों खासकर टीकों को ट्यूनीशिया में बडे पैमाने पर निर्यात किया जा सकता है, क्योंकि उनकी दवाओं की दरें प्रतिस्पर्धात्मक हैं। वहीं, डेनमार्क के विदेश मंत्री एंडर्स सैमुअलसन के साथ मुलाकात में अगले संयुक्त आयोग की बैठक की तारीख तय करने पर चर्चा की गई है।

डेनमार्क नवंबर के पहले हफ्ते में होने जा रहे वर्ल्ड फूड इंडिया एक्स्ट्रावेगेंजा में साझेदार देश है। विदेश मंत्री ने डेनमार्क के समकक्ष को भारत में निवेश के लिए आमंत्रण दिया है। लातविया के विदेश मंत्री एडगर्स रिनकेविक्स के साथ बैठक में सुषमा स्वराज ने व्यापार संबंधों के बारे में विस्तार से चर्चा की। 

UN में इवांका ट्रंप से मिली सुषमा स्वराज, महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर हुई बात

इसके अलावा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के विदेश मंत्री अब्दुल्ला बिन जायद अल नहयान के साथ वार्ता में दोनों नेताओं ने यूएई से और अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश भारत में लाने के प्रयासों पर चर्चा की।

यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि यूएई भारत का रणनीतिक साझेदार है। भारत और यूएई के बीच सालाना 52.8 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार होता है। कुमार ने कहा, 'यह देखा गया कि इस समय यह दर, क्षमता से कम है। ऊर्जा क्षेत्र, नागरिक उड्डयन खासकर क्षमता निर्माण और बेहतर कार्यप्रणालियों में सहयोग को लेकर चर्चा की गई।'

इसके अलावा सुषमा स्वराज ने बहरीन के समकक्ष खालिद बिन अहमद अल खलीफा से भी मुलाकात की। कुमार ने बताया कि दोनों देशों के बीच विदेश मंत्रालय स्तर पर संयुक्त आयोग की पहले से ही एक व्यवस्था मौजूद है और दोनों नेताओं ने चर्चा की कि कैसे यह बैठक जल्द से जल्द हो। उन्होंने बताया, 'कुछ चर्चाएं क्षेत्रीय मुद्दों, खासकर खाड़ी में हालात पर भी हुई।'

मेक्सिको के विदेश मंत्री लुईस विदेगेरी कासो से उनकी मुलाकात के बाद कुमार ने ट्वीट किया, 'ऐतिहासिक रुप से करीबी और गर्मजोशी भरे संबंधों को और आगे ले जा रहे।' कुमार ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'विदेश मंत्री ने बेल्जियम के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री डिडायर रेयंडर्स के साथ कामयाब बातचीत की।'

यह भी पढ़ें: प्रियंका चोपड़ा ने सिक्किम को बताया उग्रवाद-ग्रस्त राज्य, बाद में मांगनी पड़ी माफी

कारोबार से जुड़ी ख़बरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें