logo-image

नोटबंदी के बाद फाइल हुए 20,000 ITR पर आयकर विभाग की नजर

नोटबंदी के बाद आयकर विभाग करीब 21,000 टैक्स रिटर्न्स (आईटीआर) के मामले की गंभीर पड़ताल करने में जुटा हुआ है। आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिन 20,572 टैक्स रिटर्न्स की जांच कर रहा है जिन पर नोटबंदी के पहले और बाद में आय का फर्क है।

Updated on: 06 Nov 2017, 07:52 PM

highlights

  • नोटबंदी के बाद आयकर विभाग करीब 21,000 टैक्स रिटर्न्स के मामले की गंभीर पड़ताल करने में जुटा हुआ है
  • जिन 20,572 टैक्स रिटर्न्स की जांच कर रहा है जिन पर नोटबंदी के पहले और बाद में आय का फर्क है

नई दिल्ली:

नोटबंदी के बाद आयकर विभाग करीब 21,000 टैक्स रिटर्न्स (आईटीआर) के मामले की गंभीर पड़ताल करने में जुटा हुआ है। आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिन 20,572 टैक्स रिटर्न्स की जांच कर रहा है जिन पर नोटबंदी के पहले और बाद में आय का फर्क है।

अधिकारी ने कहा कि विभाग ने गहन जांच के लिए एक लाख 'अधिक जोखिम' वाले मामलों की पहचान की है।

सूत्रों के मुताबिक नोटबंदी के पहले और बाद में आय में आए अंतर के आकलन के आधार पर 20,572 मामलों की पहचान की गई है।

आईटी विभाग ने इस साल 31 जनवरी को काले धन के खिलाफ ऑपरेशन क्लीन मनी की शुरुआत की थी। आयकर विभाग की यह मुहिम पिछले साल 8 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी के 500 और 1,000 रुपये के नोटों को बैन करने के बाद की गई थी।

ब्लैक मनी पर 'सर्जिकल स्ट्राइक', नोटबंदी के बाद सरकार ने लगाया 2.24 लाख कंपनियों पर ताला: वित्त मंत्रालय

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक नोटबंदी के बाद आयकर विभाग ने 17.73 लाख संदिग्ध मामलों की पहचान की है, जो 23.22 लाख बैंक खातों से जुड़ा हुआ है और जिसमें 3.68 लाख करोड़ रुपये का लेन-देन शामिल है।

आयकर विभाग को अभी तक 11.8 लाख लोगों से 16.92 लाख बैंक खातों के बारे में जानकारी मिल चुकी है।

वहीं 9 नवंबर 2016 के बाद से आयकर विभाग 900 से अधिक छापे मार चुका है, जिसमें अभी तक 900 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। इस रकम में 636 करोड़ रुपये की रकम शामिल है।

वहीं आंकड़ों के मुताबिक तलाशी अभियान में 7,961 करोड़ रुपये की अघोषित आय सामने आ चुकी है।

पनामागेट की जांच कर रही मल्टी एजेंसी करेगी पैराडाइज पेपर्स की जांच