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रेलवे की हालत सुधारने के लिए मोदी सरकार ने लॉन्च किया 'ऑपरेशन स्वर्ण', ट्रेनों का होगा कायाकल्प

इन हालातों से निपटने के लिए अब रेलवे आपरेशन मोड में है। इसके लिए रेलवे युद्द स्तर से तैयारी की योजना बना रही है। इसके तह्त रेल मंत्रालय ने आपरेशन स्वर्ण शुरु किया है।

Updated on: 31 May 2017, 05:13 PM

नई दिल्ली:

रेल व्यवस्था को सुधारने में लगी मोदी सरकार ने ऑपरेशन स्वर्ण शुरु किया है। इसकी शुरुआत राजधानी और शताब्दी ट्रेनों से की जाएगी। 

मोदी सरकार के 3 साल बीतने के बाद भी रेलवे की हालत में बहुत सुधार नहीं हुआ है और इसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर में भारी निवेश के बावजूद यात्रियों के लिए वेटिंग, लेट लतीफी, खान पान और स्वच्छता के जैसे सवाल ज्यादा बड़े दिखाई दे रहे है।

इन हालातों से निपटने के लिए अब रेलवे आपरेशन मोड में है। इसके लिए रेलवे युद्द स्तर से तैयारी की योजना बना रही है। इसके तह्त रेल मंत्रालय ने आपरेशन स्वर्ण शुरु किया है। इसके लिए मंत्रालय ने 10 मानक तय किये है। इन मानकों पर खरी होने वाली ट्रेन ही गोल्ड कैटगरी में शामिल की जाएगी।

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 यह मानक है- कोच का इंटिरीयर, टॉयलेट, लिनेन, टाइम टेबल, खान पान, स्टाफ का व्यवहार, सुरक्षा, एंटरटेनमेंट, हाउस कीपिंग, रेगुलर फीडबैक आदि।

इसके लिए रेलवे दिल खोल कर खर्च करेगी। इस आपरेशन स्वर्ण का बजट अच्छा खासा रखा गया है जिसमें रेलवे के लिए प्रति रैक 50 लाख की राशि स्वीकृत की गई है और इसकी समय सीमा भी तय की गई है। इस ऑपरेशन की डेडलाइन 26 सितंबर रखी गई है।

ऑपरेशन की सफलता के लिए रेलवे ने दो-दो वरिष्ठ अधिकारियों की कमेटी हर मानक के लिए बनाई गई है जिसके पैरामीटर 6 जून तक फिक्स होंगे और 8 जून को जोनल रेलवे की बैठक के बाद ये आपरेशन पूरी स्पीड पकड़ेगा।

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