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86,000 करोड़ रुपये के एस्सार ऑयल-रोसनेफ्ट सौदे को हरी झंडी

एस्सार समूह की गुजरात रिफाइनरी को रूस की कंपनी रॉसनेफ्ट को बेचे जाने का रास्ता साफ हो गया है। सूत्रों के मुताबिक कर्ज देने वाले बैंकों और एलआईसी की तरफ से मंजूरी मिलने के बाद एस्सार समूह की रिफाइनरी अब बिकने को तैयार है।

Updated on: 23 Jun 2017, 04:46 PM

highlights

  • एस्सार समूह की गुजरात रिफाइनरी को रूस की कंपनी रॉसनेफ्ट को बेचे जाने का रास्ता साफ हो गया है
  • सूत्रों के मुताबिक कर्ज देने वाले बैंकों और एलआईसी की तरफ से मंजूरी मिलने के बाद एस्सार समूह की रिफाइनरी अब बिकने को तैयार है

नई दिल्ली:

एस्सार समूह की गुजरात रिफाइनरी को रूस की कंपनी रॉसनेफ्ट को बेचे जाने का रास्ता साफ हो गया है। सूत्रों के मुताबिक कर्ज देने वाले बैंकों और एलआईसी की तरफ से मंजूरी मिलने के बाद एस्सार समूह की रिफाइनरी अब बिकने को तैयार है।

एस्सार समूह ने कहा 86,000 करोड़ रुपये की यह डील देश की सबसे बड़ी एफडीआई डील होने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक कंपनी अगले महीने तक इस सौदे को अमली जामा पहना देगी।

एलआईसी समेत 23 अन्य कर्जदाताओं को भी इसे लेकर कोई आपत्ति नहीं है। एलआईसी पर कंपनी का 1,200 करोड़ रुपये हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मौजूदगी में ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान इस डील पर हस्ताक्षर किया गया था।

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कंपनी के सूत्रों ने पीटीआई को बताया, 'भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के नेतृत्व वाले 23 कर्जदाता समूह ने एस्सार ऑयल के शेयरों को रॉसनेफ्ट को ट्रांसफर किए जाने की प्रक्रिया शुरू किए जाने का आदेश दे दिया है।'

एस्सार ऑयल गुजरात के वाडिनार में 2 करोड़ टन की क्षमता वाली रिफाइनरी ऑपरेट करती है।

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