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GST पर आयोजित संसद के कार्यक्रम का ममता ने किया बहिष्कार, बोलीं- नहीं शामिल होगी टीएमसी

तृणमूल कांग्रेस और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि उनकी पार्टी जीएसटी लागू किये जाने के लिये संसद में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेगी।

Updated on: 29 Jun 2017, 09:40 AM

नई दिल्ली:

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि उनकी पार्टी जीएसटी लागू किये जाने के लिये संसद में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेगी। ममता के इस रुख से सरकार और ममता बनर्जी के बीच तकरार बढ़ने के आसार हैं।

ममता बनर्जी का कहना है कि देश की अर्थव्यवस्था अभी जीएसटी को अपनाने के लिये तैयार नहीं है। साथ ही उनका कहना है कि इससे संबंधित नियम और प्रक्रियाएं अभी पूरी नहीं हुई हैं और इसके लिये 6 महीने का समय चाहिये।

ममता ने कहा, 'हमारे संसदीय दल ने केंद्र के कदम के विरोध में 30 जून की आधी रात संसद में जीएसटी को लेकर आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है।'

उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद सरकार का ये दूसरी 'दूसरी ऐतिहासिक गलती' है और केंद्र सरकार की जल्दबाजी का कोई कारण नहीं है। इस फैसले का बुरा परिणाम हो सकता है।

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उन्होंने कहा, 'जीएसटी के लागू होने को लेकर हम बेहद चिंतित हैं। यह जल्दबाजी अनावश्यक है और विनाशकारी साबित हो सकती है। यह नोटबंदी के बाद केंद्र सरकार की दूसरी ऐतिहासिक गलती होगी। हम शुरुआत से ही जीएसटी का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन जिस तरह इसे लागू करने को लेकर केंद्र सरकार आगे बढ़ रही है, उसे लेकर अब हम बेहद चिंतित हैं।'

ममता ने फेसबुक पोस्ट में कहा, 'जीएसटी लागू करने के लिए और अधिक समय देने के हमारे बार-बार के सुझाव को अनसुना कर दिया गया।'

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उन्होंने कहा कि तमाम कारोबारी समुदाय खासकर छोटे व मंझोले व्यापारी डरे हुए और पेसोपेश में हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा, 'जीएसटी के लागू होने में केवल 60 घंटों का वक्त बचा है और किसी को भी नहीं पता कि क्या होने जा रहा है।'

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