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SBI में धोखाड़ी, 13,000 रुपये लिमिट वाले कार्ड से कर डाली 9 करोड़ रुपये की शॉपिंग, CBI ने दर्ज की FIR

मुंबई के एक निवासी ने एसबीआई के ट्रैवड कार्ड से ब्रिटिश ई-कॉमर्स वेबसाइट पर करीब 9.1 करोड़ रुपये खर्च कर दिए, जबकि कार्ड की लिमिट महज 13,000 रुपये थी।

Updated on: 13 Mar 2018, 01:44 PM

highlights

  • भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में एक अजीबोगरीब फ्रॉड का मामला सामने आया है
  • मामला सामने आने के बाद सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है

नई दिल्ली:

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में एक अजीबोगरीब फ्रॉड का मामला सामने आया है। मुंबई के एक निवासी ने एसबीआई के ट्रैवड कार्ड से ब्रिटिश ई-कॉमर्स वेबसाइट पर करीब 9.1 करोड़ रुपये खर्च कर दिए, जबकि कार्ड की लिमिट महज 13,000 रुपये थी।

मामला सामने आने के बाद सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

नवी मुंबई के एनआरआई सीवुड्स ब्रांच से इस ट्रैवल कार्ड को जारी किया गया था और बैंक ने इस ब्रांच के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि विदेशी ट्रैवल कार्ड्स को जारी करने के लिए प्रीपेड ऐप्लिकेशन का इस्तेमाल किया गया, जिसे यालामांचिली सॉफ्टवेयर ने मुहैया कराया था और इसका डेटा बेस सपोर्ट एमफैसिस के पास है।

शिकायत में कहा गया है, '28 फरवरी 2017 को यालामांचिली सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट्स लिमिटेड के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर ने बैंक में हुई इस गड़बड़ी की जानकारी दी।'

यह पाया गया कि प्रीपेड कार्ड के बैलेंस के साथ फर्जीवाड़ा किया गया।

बैंक ने आरोप लगाया है कि कार्ड को एनआरआई सीवुड्स ब्रांच ने 7 नवंबर 2016 को जारी किया था और फिर दो और कार्ड उसी कार्ड होल्डर को जारी किए गए।

शिकायत में कहा गया है, 'कार्ड्स को संदीप कुमार रघु पुजारी के नाम पर जारी किया गया था और इसके लिए 200 डॉलर लिए गए थे। इसके बाद से इस कार्ड में किसी राशि का भुगतान नहीं किया गया। हालांकि 8 नवंबर 2016 को ब्रिटिश साइट नेटेलर डॉट कॉम, एनट्रॉपी, स्विफ्टवाउचर और एसकेआर श्रिल डॉट कॉम से खरीदारी शुरू हुई।'

बैंक का आरोप है कि सभी ट्रांजैक्शंस वीजा के जरिये किया गया और यह लेन-देन अमेरिकी डॉलर में किया गया।

सीबीआई ने पुजारी और अज्ञात लोगों के खिलाफ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के उल्लंघन का मामला दर्ज किया है।

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