logo-image

नोटबंदी से जुड़ी पूरी जानकारी सामने आना बाकी, इकॉनमी को आगे होगा भारी नुकसान: रघुराम राजन

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने राजन ने कहा कि नोटबंदी से भारतीय अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान उठाना पड़ा है और आने वाले दिनों में इसके भयंकर नुकसान उठाने होंगे।

Updated on: 08 Sep 2017, 07:11 AM

highlights

  • आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था को नोटबंदी की भारी कीमत चुकानी पड़ी
  • राजन ने कहा कि नोटबंदी से भारतीय अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान उठाना पड़ा है और आने वाले दिनों में इसके भयंकर नुकसान उठाने होंगे

नई दिल्ली:

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था को नोटबंदी की भारी कीमत चुकानी पड़ी। अपनी पुस्तक 'आई डू व्हाट आई डू' को रिलीज करने के बाद राजन ने गुरुवार को कई चैनलों से बातचीत की।

राजन ने कहा कि नोटबंदी से भारतीय अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान उठाना पड़ा है और आने वाले दिनों में इसके भयंकर नुकसान उठाने होंगे।

राजन ने कहा, 'आरबीआई ने इस बात को लेकर चिंता जताया था कि नोटबंदी से फायदे के मुकाबले ज्यादा नुकसान होंगे। आरबीआई ने नोटबंदी को लेकर वैकल्पिक सुझाव दिया था।' उन्होंने कहा कि आरबीआई ने इस मामले में औपचारिक नोट भी तैयार किया था।

नोटबंदी: आरबीआई ने जारी किये आंकड़े, 99 % पुुराने नोट बैंकों में वापस

पूर्व गवर्नर ने कहा कि जीडीपी और औपचारिक अर्थव्यवस्था दोनों को नोटबंदी से नुकसान हुआ है और इससे कालाधन रखने वालों की पहचान नहीं हो पाई है।

उन्होंने कहा, 'आरबीआई ने नए नोटों के डिजाइन पर काम करना शुरू कर दिया था और 2,000, 500 और 1,000 रुपये के नए नोटों को मई में मंजूरी दी गई। यह कहना सही नहीं है कि नोटबंदी के लिए तैयारी नहीं की गई लेकिन शायद करेंसी से जुड़े अर्थशास्त्रियों को एक झटके में सभी नोटों को बाहर किए जाने का विचार पसंद आया।'

राजन ने कहा कि नोटबंदी के लिए कोई तारीख तय नहीं की गई थी और अभी भी इससे जुड़े सभी डेटा उपलब्ध नहीं है।

सभी मोर्चे पर फेल हुई नोटबंदी, सिस्टम में वापस लौट आई 'ब्लैक मनी'!

उन्होंने कहा, 'नोटबंदी के लिए कोई तारीख नहीं तय की गई थी। नोटबंदी के असर को कभी भी पूरी तरह मापा नहीं जा सकता क्योंकि अभी भी हमारे पास इससे जुड़ी सभी जानकारियां नहीं हैं।'

राजन ने कहा कि नोटबंदी की वजह से जीडीपी को 1-2 फीसदी का नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा, 'अगर मान लेते हैं कि यह नुकसान 1.5 फीसदी है तो यह 2 लाख करोड़ रुपये का नुकसान है।'

वित्त मंत्रालय और आरबीआई गवर्नर के रिश्तों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि दोनों में अक्सर तनाव की स्थिति बनी रहती है। राजन ने अपने रिटायरमेंट को लेकर कहा, 'मैंने इस्तीफा नहीं दिया, बल्कि मेरा कार्यकाल पूरा हो गया और सरकार ने मुझे गवर्नर बने रहने के लिए अतिरिक्त कार्यकाल की पेशकश नहीं की।'

नोटबंदी के बाद सरकार को दूसरा बड़ा झटका, फेल हुई 50:50 स्कीम