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नोटबंदी के बाद राजस्व में हुई बढ़ोतरी, वित्त मंत्री ने जारी किए सरकारी आंकड़े

वित्तीय वर्ष 2016-17 की पहली 3 तिमारी के सरकारी आंकड़े पेश, सरकारी के राजस्व में बढ़ोतरी हुई।

Updated on: 09 Jan 2017, 02:05 PM

highlights

  • अप्रत्यक्ष कर 12.8% बढ़ा जबकि प्रत्यक्ष कर 12.1% बढ़ा 
  • वित्त वर्ष 2015 की तुलना में 2016 में अप्रत्यक्ष कर 25% बढ़ा
  • अप्रैल-दिसंबर के दौरान सर्विस टैक्स कलेक्शन में 24% का इज़ाफा हुआ
  • वित्त वर्ष 2015 के मुकाबले 2016 में केंद्रीय उत्पाद शुल्क में 31.6% की बढ़ोतरी हुई 

नई दिल्ली:

नोटबंदी के सरकार के फैसले पर पीठ थपथपाते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि ज़्यादातर राज्यों से मिले वैट कलेक्शन में बढ़ोतरी हुई है और सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली में प्रेसकॉंफ्रेंस के दौरान वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2016-17 की पहली तीन तिमाही में डायरेक्ट टैक्स और इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में तेज़ बढ़ोतरी हुई है।

उन्होंने बताया कि, इस वित्त वर्ष नवंबर महीने की तुलना में दिसबंर महीने में इनडायरेक्ट टैक्स में 12.8% की वृद्धि हुई है। वहीं, अप्रैल से दिसंबर के दौरान डायरेक्ट टैक्स 12.01% बढ़ा है और इनडायरेक्ट टैक्स 25% बढ़ा है। अप्रैल से दिसंबर महीने के दौरान इनडायरेक्ट टैक्स पिछले वित्त वर्ष में इसी दौरान की तुलना में 25% बढ़ा है।

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वित्तमंत्री जेटली ने बताया कि, अप्रैल से दिसंबर के बीच सर्विस टैक्स कलेक्शन में 24 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वहीं केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिसंबर 2015 के मुकाबले दिसंबर 2016 में 31.6 फीसदी बढ़ा है।