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कांग्रेस ने कहा, रियल एस्टेट को GST में लाना त्रासदपूर्ण फैसला, केंद्र कर रही है विचार

रियल एस्टेट को जीएसटी (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) के दायरे में लाए जाने के बारे में विचार कर रही केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर कांग्रेस ने निशाना साधा है।

Updated on: 13 Oct 2017, 02:50 PM

highlights

  • कांग्रेस ने कहा कि जीएसटी के तहत रियल एस्टेट को लाना त्रासदी साबित होगी।
  • जीएसटी परिषद की बैठक में रियल एस्टेट को जीएसटी के तहत लाए जाने पर विचार किया जा सकता है

नई दिल्ली:

रियल एस्टेट को जीएसटी (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) के दायरे में लाए जाने के बारे में विचार कर रही केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर कांग्रेस ने निशाना साधा है।

कांग्रेस ने कहा कि सरकार का यह फैसला त्रासदी साबित होगी। गुरुवार को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि 9 नवंबर को गुवाहाटी में होने वाली जीएसटी परिषद की बैठक में रियल एस्टेट को जीएसटी के तहत लाए जाने पर विचार किया जा सकता है।

कांग्रेस ने ता राजू वाघमारे ने कहा, 'बीजेपी और अरुण जेटली ने देश को बर्बाद करने का फैसला कर लिया है। पहले से ही रियल एस्टेट में भगदड़ की स्थिति है और ऐसे में इसे जीएसटी के तहत लाया जाना त्रासदी होगी।'

रियल एस्टेट को जीएसटी के दायरे में लाने पर होगी चर्चा: जेटली

वहीं पार्टी के एक अन्य नेता टॉम वडक्कन ने कहा कि सरकार को इस बारे में फैसला लेने से पहले सभी हितधारकों और विपक्षी दलों को भरोसे में लेना चाहिए।

वाशिंगटन में 'एनुअल महिंद्रा लेक्चर' में कहा था, 'भारत में एक ऐसा सेक्टर है जहां सबसे अधिक कर की चोरी होती है और नकदी में कारोबार होता है और यह क्षेत्र अभी भी जीएसटी से बाहर है। कुछ राज्य इसे जीएसटी में लाने का दबाव बना रहे हैं। मेरा निजी तौर पर मानना है कि रियल एस्टेट को जीएसटी में लाया जाना चाहिए।'

देश में एक जुलाई से जीएसटी लागू किया जा चुका है।

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