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UP चुनाव नोटबंदी पर जनादेश, गुजरात चुनाव के नतीजों से GST विरोधियों को मिलेगा जवाब: जेटली

अरुण जेटली ने कहा है कि गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे इस आर्थिक सुधार के विरोधियों की बोलती बंद कर देगा जैसा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों ने नोटबंदी के आलोचकों के साथ किया था।

Updated on: 15 Oct 2017, 11:13 AM

highlights

  • वाशिंगटन में जेटली ने कहा गुजरात विधानससभा चुनाव के नतीजे  GST विरोधियों की बोलती बंद कर देगा
  • जेटली ने कहा कि नोटबंदी के आलोचक जानते हैं कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में क्या हुआ

नई दिल्ली:

जीएसटी (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) को लेकर जारी आलोचनाओं का जवाब देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे इस आर्थिक सुधार के विरोधियों की बोलती बंद कर देगा जैसा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों ने नोटबंदी के आलोचकों के साथ किया था।

जेटली ने कहा कि यूपी चुनाव ने नोटबंदी के फैसले के विरोधियों की बोलती बंद की और अब गुजरात चुनाव के नतीजों से जीएसटी विरोधियों को जवाब मिलेगा।

वाशिंगटन में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएफएफ) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों में हिस्सा लेने गए जेटली ने कहा, 'गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे आने दीजिए। इसके बाद यह साफ हो जाएगा कि कौन इसका समर्थन कर रहा है। नोटबंदी के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में क्या हुआ, यह हम सभी जानते हैं।'

जेटली का यह बयान वैसे समय में सामने आया है, जब नोटबंदी और जीएसटी को लेकर हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने 2017 के लिए भारत के जीडीपी अनुमान को घटाकर 6.7 फीसदी कर दिया है।

विपक्ष सरकार पर जीएसटी को हड़बड़ी में बिना तैयारी के लागू करने का आरोप लगा रहा है। जेटली ने सरकार का बचाव करते हुए कहा, 'कांग्रेस शासित सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों ने जीएसटी को समर्थन दिया लेकिन पार्टी अवसरवादी की तरह व्यवहार करते हुए इसका विरोध कर रही है।'

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वहीं भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूत स्थिति की वकालत करते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया पिछले तीन सालों से मंदी की स्थिति से गुजर रही है लेकिन भारत संरचनागत सुधारों की वजह से इस स्थिति का लाभ उठाने में सफल रहा।

उन्होंने कहा, 'आईबीसी सॉल्वेंसी कोड, जीएसटी और नोटबंदी जैसे संरचनागत सुधारों को लागू करने के लिए साहस की जरूरत थी और वैश्विक तौर पर भारत को इन सुधारों को लागू करने के लिए सराहा गया।'

इससे पहले भी जेटली ने कहा था कि नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर(जीएसटी) के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती का असर समाप्त हो चला है और अब देश की आर्थिक वृद्धि दर अधिक संतुलित एवं सतत तरीके से आगे बढ़ रही है।

फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री(फिक्की) की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि संरचनात्मक सुधारों को लागू करने पर सरकार के जोर के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था अब मजबूत, सतत और संतुलित वृद्धि की राह पर है।

उन्होंने कहा, 'अब इस बात के स्पष्ट सबूत हैं कि नोटबंदी और जीएसटी के कारण पैदा हुई सुस्ती का असर कमोबेश समाप्त हो चला है।'

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