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मर्जर के माहौल में टाटा टेलिसर्विसेज़ और रिलायंस कम्यूनिकेशंस मिलाएंगे हाथ!

वोडाफोन और आइडिया के बाद अब टाटा ग्रुप और रिलायंस कम्यूनिकेशंस भी मिलाएंगे हाथ। टेलिकॉम सेक्टर में बढ़ते कंपीटिशन के बीच दोनों कंपनियों में मर्जर की संभावना बनी।

Updated on: 20 Feb 2017, 03:58 PM

नई दिल्ली:

वोडाफोन और आइडिया के अलावा अब टाटा ग्रुप और रिलायंस कम्यूनिकेशंस के बीच भी मर्जर की संभावना बनती नज़र आ रही है। इस सिलसिले में अनिल अंबानी की होल्डिंग वाली रिलायंस कम्यूनिकेशंस टाटा कंपनी के साथ दोनों ग्रुपों की टेलीकॉम कंपनी के बीच विलय की बातचीत कर रही है।

अगर यह मर्जर हुआ तो यह देश की तीसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन जाएगी। यहां बता दें कि आरकॉम-एयरसेल और एमटीएस पहले ही आर कॉम के साथ जुड़ चुकी हैं और अब टाटा के भी हाथ मिलाने के बाद टेलीकॉम सेक्टर में कंपीटिश के साथ ही बड़े प्लेयर्स एक साथ जुटने की तैयारी में है। 

ख़बरों की मानें तो रिलायंस कम्युनिकेशंस के चेयरमैन अनिल अंबानी ने टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन से इस सिलसिले में बातचीत के लिए संपर्क भी किया है। हालांकि इस डील में सबसे बड़ी बाधा टाटा टेली पर 30,000 करोड़ का कर्ज हो सकता है। वहीं इसके अलावा एनटीटी डोकोमो के टाटा टेली से निकलने के विवाद को भी सुलझाना ज़रुरी है।

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इससे पहले टाटा टेलीसर्विसेज़ वोडाफोन के साथ भी मर्जर की संभावनाएं तलाश रही थी लेकिन बात नहीं बन सकी और वोडाफोन और आइडिया के बीच में विलय की ख़बरें आने लगी।
जानकार भी मानते हैं कि आरकॉम-एयरसेल के साथ मर्जर के लिए टाटा टेली का 30,000 करोड़ रुपये का कर्ज बड़ी रुकावट बन सकता है। क्योंकि लगभग इतना ही कर्ज आरकॉम-एयरसेल पर भी है। ऐसे में विलय के लिए रुकावटें आना लाज़िमी है।

हालांकि टाटा संस टेलिकॉम कंपनी की बैलेंस शीट क्लीन करने की हर संभव कोशिश में है। सूत्रों के मुताबिक टाटा संस अपनी होल्डिंग कंपनी टाटा टेलिसर्विसेज़ की बैलेंस शीट को क्लीन करने के लिए 10,000 करोड़ रुपये का निवेश कर सहारा देने की कोशिश में है।

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टेलिकॉम सेक्टर में बढ़ते कंपीटिशन के चलते टाटा टेलिसर्विसेज़ विलय की संभावनाएं बना रहा है। कंपनी बोर्ड ने टेलिकॉम सेक्टर के अपने कारोबार को बेचने या फिर धीरे-धीरे कारोबार बंद करने की मंजूरी पहले ही ली हुई है। गौरतलब है कि टाटा टेली के करीब 5 करोड़ से ज़्यादा ग्राहक है। फिलहाल यह देश की 12वीं सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी है।

अगर टाटा टेलिसर्विसेज़ आरकॉम-एयरसेल-एमटीएस के साथ मर्ज होती है तो इससे बनने वाली कंपनी के पास 26 करोड़ सब्सक्राइबर्स होंगे। टेलीकॉम सेक्टर में फिलहाल लीड करने वाली कंपनी एयरटेल के पास अभी 26.6 करोड़ ग्राहक हैं।

इसके अलावा अभी वोडाफोन के पास 20.5 करोड़ और आइडिया के पास 19 करोड़ उपभोक्ता हैं। इन दोनों कंपनियों के विलय के बाद 39.5 करोड़ उपभोक्ताओं के साथ यह देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बनेगी।

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