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टॉक टू एके: सीबीआई ने सिसोदिया से 6 घंटों तक की पूछताछ, AAP बोली- गंदी राजनीति है ये

सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा, 'टॉक टू एके कार्यक्रम घोटाले में दर्ज प्राथमिकी की जांच के लिए अधिकारियों का एक दल सिसोदिया के आवास पर उनका बयान दर्ज करने के लिए पहुंचा।'

Updated on: 17 Jun 2017, 12:10 AM

highlights

  • सीबीआई ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से करीब 6 घंटे तक की पूछताछ
  • 'टॉक टू एके' अभियान में हुई कथित धांधली की जांच कर रही है सीबीआई
  • सीबीआई छापे पर बोली आप, बीजेपी की प्रतिशोधी कार्रवाई तथा गंदी राजनीति है

नई दिल्ली:

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 'टॉक टू एके' अभियान से संबंधित काम के ठेके देने में कथित तौर पर हुई धांधली को लेकर शुक्रवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बयान दर्ज किए। आप सरकार ने इस मामले को 'बीजेपी की प्रतिशोधी कार्रवाई तथा गंदी राजनीति' करार दिया।

सीबीआई का एक दल शुक्रवार सुबह मध्य दिल्ली स्थित सिसोदिया के एबी-1, मथुरा रोड स्थित आवास पर पहुंचा और उनके तथा अन्य अज्ञात सरकारी अधिकारियों के खिलाफ 18 जनवरी को दर्ज प्रारंभिक जांच (पीई) के सिलसिले में उनका बयान दर्ज किया।

सीबीआई ने करीब 6 घंटे तक सिसोदिया से पूछताछ की।

सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा, 'टॉक टू एके कार्यक्रम घोटाले में दर्ज प्राथमिकी की जांच के लिए अधिकारियों का एक दल सिसोदिया के आवास पर उनका बयान दर्ज करने के लिए पहुंचा।'

सीबीआई अधिकारी शाम को सिसोदिया के घर से निकले।

आप नेताओं द्वारा सिसोदिया के घर छापेमारी के लिए सीबीआई की आलोचना पर केंद्रीय जांच एजेंसी ने यह स्पष्ट किया कि यह छापेमारी नहीं थी, बल्कि पीई के कुछ मुद्दों पर स्पष्टीकरण मांगने के लिए उठाया गया कदम था।

नियमों के मुताबिक, पीई के तहत तलाशी या छापेमारी नहीं की जा सकती।

सीबीआई के प्रवक्ता आर.के.गौर ने कहा, 'सिसोदिया के घर पर कोई छापेमारी या तलाशी नहीं की गई है। सीबीआई टीम का दौरा जांच के सिलसिले में खास मुद्दों पर स्पष्टीकरण के लिए था।'

जांच एजेंसी के प्रवक्ता ने साफ किया कि सिसोदिया के घर पर अधिकारियों का जाना किसी तरह की छापेमारी या तलाशी नहीं थी।

एजेंसी ने 18 जनवरी को सिसोदिया व राज्य सरकार के कुछ अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ 'टॉक टू एके' अभियान में कथित अनियमितताओं के जांच के लिए दायर शिकायत पर प्रारंभिक जांच के मद्देनजर यह कदम उठाया है। यह शिकायत दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग ने दर्ज कराई थी।

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सीबीआई के अधिकारियों के अनुसार, प्राथमिक जांच आम आदमी पार्टी (आप) के नेता व दिल्ली सरकार के दूसरे अधिकारियों के खिलाफ दायर की गई है। इन पर 'टॉक टू एके' मीडिया अभियान से जुड़े कार्य के ठेके देने में हुई कथित अनियिमितता और नियमों के उल्लंघन के आरोप हैं।

'टॉक टू एके' अभियान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का एक बातचीत का कार्यक्रम था, जिसके जरिए लोग आप नेता से सोशल मीडिया के जरिए जुड़ सकते थे।

सिसोदिया के घर सीबीआई के दौरे के कुछ घंटे बाद आप नेता संजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की आलोचना करते हुए कहा, 'यह सब करके केंद्र सरकार दिल्ली सरकार के अच्छे कामों को बाधित करने का प्रयास कर रही है।'

संजय सिंह ने संवाददाताओं से कहा, 'मैं बीजेपी और हमारे प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि अगर आपके भीतर आप तथा दिल्ली सरकार के खिलाफ इतनी नफरत भरी है, तो इस सरकार को बर्खास्त कर दीजिए। लेकिन कृपया कड़ी मेहनत करने वाले एक मंत्री को बदनाम मत कीजिए, हमारी पार्टी को बदनाम मत कीजिए। यह गंदी राजनीति है।'

उन्होंने कहा कि बीजेपी का इरादा उन सबको खत्म कर देना है, जो उसके खिलाफ बोलता है, चाहे वह राजनीतिक पार्टियां हों या मीडिया कंपनी।

उधर, केंद्र सरकार पर आप के आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा, 'सीबीआई मामले की जांच काफी समय से कर रही है और आज (शुक्रवार) उसने सिसोदिया को बयान दर्ज कराने का मौका दिया। उन्हें जांच एजेंसी के साथ सहयोग करना चाहिए।'

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