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दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण ने बिगाड़ी फिज़ां, पांचवी तक के स्कूल बंद

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चलते बुधवार को प्राइमरी क्लास के बच्चों के स्कूल बंद रखने के आदेश दिए हैं।

Updated on: 07 Nov 2017, 07:08 PM

highlights

  • दिल्ली में बुधवार को प्राइमरी क्लास के बच्चों के स्कूल बंद रखने के आदेश 
  •  ऑड-ईवन जैसे फ़ैसलों पर भी विचार किया जा रहा है

नई दिल्ली:

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चलते बुधवार को प्राइमरी क्लास के बच्चों के स्कूल बंद रखने के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया से बच्चों के स्कूलों को बंद करने की अपील भी की थी।

सिसोदिया ने कहा कि कल से दिल्ली मे स्मोग बढ़ गया है। सभी अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई। सीएम केजरीवाल ने रिव्यू किया, जो लेटेस्ट रिपोर्ट आयी है उसके मुताबिक़ पीएम 10 (436) यानि स्थिति काफ़ी ख़राब है हालांकि गंभीर नहीं है। क्योंकि गंभीर का आँकड़ा 500 के पार का होता है।

सिसोदिया ने कहा, 'स्कूलों में सभी आउटडोर एक्टिविटी कुछ दिनों तक नहीं होगी, ये सभी क्लास के बच्चों के लिये है। कल सभी प्राइमिरी क्लास तक के बच्चों के लिये स्कूल बंद रहेंगे, क्योंकि छोटे बच्चे हाई रिस्क में आते है। उसके बाद स्थिति देख के आगे का फ़ैसला लिया जायेगा। ऑड-ईवन जैसे फ़ैसलों पर भी विचार किया जा रहा है।'

सरकार ने कुछ एडवाइज़री जारी की है ख़ासकर उन लोगों के लिये जो हाई रिस्क मे आते है, जिनमें खासतौर पर बुज़ुर्ग और बच्चे शामिल हैं। सुबह के वक्त पार्क मे टहले या एक्सरसाइज़ के लिये लोगों को भीं नहीं निकलने की हिदायत दी गयी है।

इसके साथ ही सिसोदिया ने केन्द्र सरकार पर तंज कसते हुये कहा कि ये जो स्थिति बनी है इसके पीछे की वजह है, पड़ोसी राज्यों मे पराली जलाया जाना।

उन्होंने कहा, 'पिछले साल भी यही हुआ था लेकिन सवाल ये है कि जिनकी ज़िम्मेदारी ज़्यादा बनती है ( केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री ) वे अभी देश से बाहर है। ऐसे वक्त पर जब दिल्ली गैस चैंबर बनी हुयी हो, ऐसे में उनसे सवाल पूछा जाना चाहिये कि इस समय वो विदेश में क्या कर रहे है। उन्हें तो देश में होना चाहिये।'

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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्वूआई) अपराह्न् तीन बजे 446 थी।

प्रमुख प्रदूषक कणिका तत्व (पीएम) 2.5 या व्यास के साथ कणों का आकार 2.58 मीटर से कम 418 इकाइयों में दर्ज किया गया, जो दिवाली के एक दिन बाद होने वाली स्थिति से भी बदतर है।

20 अक्टूबर, 2017 को एक्वूआई 403 में दर्ज किया गया था, जबकि मंगलवार को दर्ज सूचकांक दिवाली 2016 (31 अक्टूबर) के एक दिन बाद दर्ज किए गए सूचकांक 443 के आसपास है।

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