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दिल्ली सरकार ने चौथे फेज में 104 किमी मेट्रो लाइन की परियोजना को दी मंजूरी

केंद्र सरकार से स्वीकृति के बाद डीएमआरसी टेंडर प्रक्रिया शुरू करेगा।

Updated on: 06 Jan 2017, 10:28 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान मेट्रो विस्तार के चौथे चरण की परियोजनाओं की मंजूरी दे दी। चौथे फेज में 49,603 करोड़ की लागत से करीब 104 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन का निर्माण होगा। साथ ही दिल्ली में मेट्रो के छह नए कॉरिडोर भी बनाए जाएंगे।

चूकि परियोजनाओं को मंजूरी मिल गई है इसलिए अब इसकी फाइल केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय में भेजी जाएगी। केंद्र सरकार से स्वीकृति के बाद डीएमआरसी टेंडर प्रक्रिया शुरू करेगा।

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि फेज चार की परियोजनाओं को दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) 72 महीनों में पूरा करेगा। इस दौरान डीएमआरसी हर महीने दिल्ली सरकार को रिपोर्ट करेगा और जानकारी देगा कि विकास कार्य कितना आगे बढ़ा।

दिल्ली सरकार चौथे फेज के मेट्रो लाइनों के निर्माण पर 5500 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इसके अलावा जापानी एजेंसी जिका व केंद्र सरकार बजट देगी। मौजूदा समय में दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 213 किलोमीटर है और प्रतिदिन 27.50 लाख यात्री सफर करते हैं।

फेज तीन की परियोजनाएं पूरी होने पर दिल्ली एनसीआर में मेट्रो का नेटवर्क करीब 350 किलोमीटर हो जाएगा। चौथे फेज में 103.93 (करीब 104) किलोमीटर और जुड़ जाएगा। तब मेट्रो में 8.50 लाख यात्री और बढ़ जाएंगे।

परियोजना की ख़ास बातें-

- 66.92 किलोमीटर कॉरिडोर होगा एलिवेटेड

- 37.01 किलोमीटर हिस्सा भूमिगत और 66.92 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड होगा और 79 स्टेशन होंगे।

- जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम कॉरिडोर चौथे फेज की सबसे बड़ी लाइन

- जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम के बीच 28.92 किलोमीटर का कॉरिडोर प्रस्तावित है।

- तीसरे फेज की बोटेनिकल गार्डेन-जनकपुरी पश्चिम मेट्रो स्टेशन पर बड़ा इंटरचेंज स्टेशन बनेगा।

- रिठाला से नरेला के बीच 21.73 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन बनेगी।

- एयरपोर्ट टर्मिनल एक-तुगलकाबाद और लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक मेट्रो लाइन का निर्माण भी होगा।