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दिल्ली: मैक्स अस्पताल की बड़ी लापरवाही, जिंदा बच्चे को घोषित कर दिया मृत

शालीमार इलाके के मैक्स अस्पताल ने 30 नवंबर को जन्में दो जुड़वा बच्चों को मृत घोषित कर दिया था।

Updated on: 01 Dec 2017, 06:28 PM

highlights

  • मैक्स अस्पताल ने जिंदा बच्चे को मृत समझकर पैक कर दिया
  • क्रिया-क्रम से पहले परिवारजनों ने बच्चे को पाया जिंदा 

नई दिल्ली:

अस्पतालों की बढ़ती लापरवाही आज एक मां-बाप को महंगी पड़ने वाली थी।

दरअसल दिल्ली के शालीमार इलाके के मैक्स अस्पताल ने 30 नवंबर को जन्में दो जुड़वा बच्चों को मृत घोषित कर दिया था। बच्चे को दफनाने के लिए ले जाने के दौरान रास्ते में परिजनों को अहसास हुआ कि एक बच्चा जिंदा है।

मैक्स हेल्थकेयर अथॉरिटी ने इस घटना को दुभाग्यपूर्ण बताते हुए मामले से संबंधित डॉक्टर को छुट्टी पर जाने का आदेश दे दिया है।

जुड़वा बच्चों के नाना, प्रवीण ने बताया, ' मेरी बेटी मंगलवार को डिलीवरी के लिए अस्पताल में भर्ती हुई थी। दो दिन बाद सी-सेक्शन डिलीवरी के दौरान शाम 7.30 बजे उसने पहले एक बेटे और 12 मिनट बाद एक बेटी को जन्म दिया।'

प्रवीण ने बताया कि डॉक्टर्स ने परिवारवालों से कहा कि बेटी की मौत हो चुकी है और बेटे की हालात गंभीर है, उसे वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। बाद में बताया कि बेटे को भी बचाया नहीं जा सका।

डॉक्टर्स ने जुड़वा बच्चों के शव प्लास्टिक के बैग में पार्सल की तरह पैक करके परिवारवालों को सौंप दिए।

प्रवीण ने कहा, 'जब हम बच्चों को अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे थे, हमने एक पैकेट में हलचल महसूस की। हम मधुबन चौक के करीब थे, हमने पैकेट को खोला और पाया कि लड़के की सांसे चल रहीं थी। हम उसे प्रीतमपुरा के अन्य अस्पताल में लेकर गए, अब उसका वहां इलाज चल रहा है।'

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मैक्स हॉस्पिटल में हुई घटना को लेकर हेल्थ मिनिस्टर जेपी नड्डा ने मिनिस्ट्री के सेक्रेटरी से बात की। उन्होंने जांच और जरूरी कार्रवाई के ऑर्डर दिए हैं। लड़की के शव को दफनाने के बाद परिवारवालों ने पुलिस में मामला दर्ज कराया।

इस मामले पर मैक्स हेल्थकेयर अथॉरिटी ने कहा, 'हम इस दुर्लभ हादसे से सदमे में है। हमने जांच शुरू कर दी है तब तक के लिए संबंधित डॉक्टर को छुट्टी पर जाने के लिए कह दिया गया है। हम बच्चे के माता-पिता की हर जरुरत के लिए लगातार संपर्क में है।'

फिलहाल पुलिस ने FIR दर्ज नहीं की है। पुलिस का कहना है दिल्ली मेडिकल काउंसिल की लीगल सेल को मामला फारवर्ड कर दिया है जो मामले की जांच करेगी और उसके बाद मामला दर्ज होगा।

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