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दिल्ली के मुख्य सचिव मारपीट की घटना पर PMO पहुंचे, दो आप विधायक न्यायिक हिरासत में

दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने अपने खिलाफ आम आदमी पार्टी (आप) नेताओं पर मारपीट की पुलिस में शिकायत के बाद बुधवार को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में अपना पक्ष रखा।

Updated on: 21 Feb 2018, 10:09 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने अपने साथ हुए आम आदमी पार्टी (आप) नेताओं द्वारा कथित मारपीट की घटना पर पुलिस में शिकायत के बाद बुधवार को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में अपना पक्ष रखा।

मुख्य सचिव की मेडिकल रिपोर्ट में मारपीट की पुष्टि भी हुई जिसके बाद वह पीएमओ पहुंच गए।

वहीं दिल्ली कोर्ट ने आप के दो विधायकों प्रकाश जरवाल और अमानतुल्ला खां को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस पर आम आदमी पार्टी ने कहा कि दलित और मुस्लिम समुदाय से आने के कारण परेशान किया जा रहा है।

बुधवार को दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल ने भी मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से आप विधायकों द्वारा कथित मारपीट मामले में गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी।

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, 'मंत्रालय को उप राज्यपाल की रिपोर्ट मिली है। इस मामले के आपराधिक पहलुओं को दिल्ली पुलिस देखेगी जबकि मुख्य सचिव के साथ अगर मारपीट हुई है तो इस स्थिति में मंत्रालय मामले के प्रशासनिक पहलुओं को देखेगा।'

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मंगलवार को दिल्ली में आईएएस एसोसिएशन ने भी उप राज्यपाल अनिल बैजल से इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी और दावा किया था कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ 'मारपीट' और 'बदसलूकी' की गई। उन्होंने इस घटना को 'सुनियोजित आपराधिक साजिश' करार दिया।

क्या है मामला?

दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि सोमवार देर रात मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्लाह खान और एक अन्य विधायक ने उनसे मारपीट की।

इसको लेकर अंशु प्रकाश ने दिल्ली पुलिस के सामने शिकायत दर्ज कराई थी और लिखा था कि सोमवार रात 12 बजे मीटिंग में आने के लिए उन पर दवाब बनाया गया, इसके लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मुख्य सलाहकार वी के जैन ने जानकारी दी थी।

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