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बुराड़ी कांड में नया खुलासा, 10 दिनों से परिवार कर रहा था 'सामूहिक सुसाइड' की तैयारी!

इस दिल दहला देने वाली घटना को लेकर पुलिस ने कहा है कि ईश्वर के प्रति धन्यवाद अर्पण करने की सोच और मोक्ष प्राप्ति की लालसा पूरे परिवार के मौत की वजह बन गई।

Updated on: 05 Jul 2018, 09:36 AM

नई दिल्ली:

दिल्ली के बुराड़ी में 11 लोगों की मौत के मामले में क्राइम ब्रांच ने एक सीसीटीवी फुटेज का खुलासा किया। इस फुटेज में चुंडावत परिवार की दो महिलाएं घर के अंदर स्टूल ले जाती दिख रही हैं। अब यह पड़ताल की जा रही है कि 'सामूहिक आत्महत्या' से पहले ये स्टूल कहां से लाए गए। सूत्रों के मुताबिक, पूरा परिवार पिछले 10 दिनों से मास सुसाइड की तैयारी कर रहा था।

जानकारी के मुताबिक, क्राइम ब्रांच ने 2 महीने के सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं। पुलिस गुरुवार को इस राज का खुलासा कर सकती है।

इस फुटेज में प्रियंका और नीतू घर के अंदर स्टूल ले जा रही है। पुलिस का कहना है कि घर में पहले से स्टूल थे। वह कमजोर थे। इसीलिए बाहर से स्टूल मंगाए गए।

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सूत्रों की मानें तो घर से मिले रजिस्टर में मौत की पूरी स्क्रिप्ट पहले से ही लिखी जा चुकी थी। यह खुशहाली की तमन्ना में पूरे परिवार के जान गंवाने की घटना है।

दिल्ली पुलिस ने 11 मौतों के रहस्य को सुलझाने का दावा किया है। इस दिल दहला देने वाली घटना को लेकर पुलिस ने कहा है कि ईश्वर के प्रति धन्यवाद अर्पण करने की सोच और मोक्ष प्राप्ति की लालसा पूरे परिवार के मौत की वजह बन गई।

पुलिस के मुताबिक, 'यह सुसाइड ईश्वर के प्रति पूरे परिवार का धन्यवाद ज्ञापन था। ललित पिता की आत्मा के हवाले से परिवार को आदेश देता था, जिससे चुंडावत परिवार को काफी फायदा भी पहुंचा था। एक दुकान से उनकी 3 दुकान हो गई थी। मांगलिक लड़की की शादी भी तय हो गयी थी।'

इन सभी आधार पर पुलिस ने इस सामूहिक मौत के मामले को सुलझा लेने का दावा किया है।

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मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा था कि, मृतक ललित के पिता भोपाल सिंह भाटिया की 2007 में मौत हो गई थी। ललित अपने पिता की आत्मा के संपर्क में था। वह उसके सपने में आते थे।

पुलिस की जांच में पता चला था कि ललित अपने पिता के सबसे करीब था। वह लगातार बोलता था कि पिता उसके सपनो में आते हैं। परिवार भी धीरे-धीरे ललित की बातों को मानने लगा। पूरा परिवार मृतक पिता की आस्था में अंधविश्वास के घेरे में घिरता चला गया, जो बाद में सबकी मौत का कारण बना।

एक ही परिवार के जिन 11 लोगों की मौत हुई थी, उसमें नारायण देवी (72) के दो बेटे भवनेश भाटिया (50) और ललित भाटिया (45) और दो बेटियां प्रतिभा (57) पिछले महीने सगाई हुई प्रियंका (33) के अलावा भवनेश की पत्नी सविता (48) उनकी तीन संतानें नीतू (25), मोनू (23), ध्रुव (15) ललित की पत्नी टीना और उनका बेटा शिवम (15) शामिल हैं।

चुंडावत परिवार के लोग पड़ोस में ही किराने और प्लाइवुड की दुकान चलाते थे। नारायण देवी का सबसे बड़ा बेटा दिनेश भाटिया राजस्थान के कोटा में रहता है। एक बेटी सुजाता हरियाणा के पानीपत में रहती है।

इस परिवार का सरनेम भाटिया नहीं बल्कि चुंडावत है। दरअसल प्रतिभा की शादी भाटी से हुई थी, जिनकी मौत हो गई थी। प्रतिभा बच्चों को पढ़ाती थी तो बच्चे उन्हें भाटिया मैडम बोलते थे। इसके बाद धीरे-धीरे सभी इस परिवार को भाटिया बुलाने लगा था।

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