'नमस्ते' कह कर लूटने वाले गिरोह के 4 सदस्य गिरफ्तार, बुजुर्गों को बनाते थे निशाना
'नमस्ते' बोलकर दिनदहाड़े बुजुर्गों के साथ लूटपाट करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया।
highlights
- नमस्ते कहकर बुजुर्गो को निशाना बनाने वाले गिरोह के 4 मेंबर गिरफ्तार
- आरोपियों की पहचान नसीमुद्दीन उर्फ खाली, सकावत, गुलजार और नईम के रूप में की गई है
- पुलिस बैरिकेडिंग देखकर की थी भागने की कोशिश, चलाई गोलियां
नई दिल्ली:
'नमस्ते' बोलकर दिनदहाड़े बुजुर्गों के साथ लूटपाट करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया। यहां गैंग अब तक 50 के करीब वारदातों को अंजाम दे चुका है। दिल्ली पुलिस ने इस गैंग को पकड़ने के लिए कार्रवाई करते हुए चार शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान नसीमुद्दीन उर्फ खाली, सकावत, गुलजार और नईम के रूप में की गई है।
इसे भी पढ़ें: यूपी के गोरखपुर में पहले बदमाशों ने पैर छू कर किया प्रणाम फिर छात्र नेता को मारी गोली
वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी विजय कुमार ने बताया,' पक्की मुखबरी पर कार्रवाई कर करते हुए इन लोगों को रोहिणी इलाके के रानीबाग अंडरपास के पास से गिरफ्तार किया गया। इन अपराधियों ने करीब 50 से ज्यादा घटनाओं के अंजाम दिया है।' आरोपी गुलजार और नईम के पास से पुलिस ने तीन बंदूक, गोलियां व चाकू बरामद किया है।
इनके निशाने पर ज्यादातर बुजुर्ग नागरिक रहते थे। ये अकेले कार सवार बुजुर्गों को नमस्ते बोलकर गाड़ी रूकवा लेते थे, फिर मौका पाकर ये शातिर बदमाश उस गाड़ी में सवार होकर बुजुर्ग को लूट लेते थे।
इसे भी पढ़ें: एनसीआरबी की रिपोर्ट में सामने आया चौंकाने वाला आंकडा, हर 8 मिनट में 1 पुरुष कर रहा है आत्महत्या
पुलिस के अनुसार रानीबाग अंडरपास से पंजाबी बाग की ओर जा रहे आरोपियों ने बैरिकैडिंग देखकर भागने की कोशिश की। आरोपियों को भागता देख पुलिसकर्मियों ने उन्हें पकडऩे की कोशिश की, जिसपर आरोपियों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी। हांलाकि पुलिस वालों ने इन्हें पकड़ लिया।
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें