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विराट ने बनाया अनोखा रिकॉर्ड, अब तक हर मैच में रही है अलग टीम!

वेबसाइट क्रिकइंफो ने कोहली की कप्तानी में खेले गए 37 टेस्ट मैचों की टीमों का विश्लेषण किया है जिसमें बताया गया है कि कप्तानी के 37 मैचों में कोहली के अलावा कुल 29 क्रिकेटरों ने भारत के लिए कम से कम एक टेस्ट मैच जरूर खेला है।

Updated on: 12 Aug 2018, 09:09 PM

नई दिल्ली:

इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली बतौर कप्तान अपना 37वां मैच खेल रहे हैं। हालांकि दूसरे मैच की दूसरी पारी में एक बार फिर भारतीय टीम लड़खड़ा गई है और एक पारी से हार की कगार पर है। इस दौरान एक और रिकॉर्ड है जिस पर नजर डालने की जरूरत है। भारतीय कप्तान कोहली ने अब तक अपने खेले 37 मैचों हर बार एक नई टीम के साथ उतरे हैं। सुनने में थोड़ा अटपटा लग रहा होगा पर सच यही है। विराट कोहली ने दिसंबर 2014 में भारतीय टीम की कमान संभाली थी जिसके बाद से अब तक कभी भी भारतीय टीम टेस्ट मैचों में एक ही एकादश के साथ कभी भी लगातार दो मैच नहीं खेला है।

वेबसाइट क्रिकइंफो ने कोहली की कप्तानी में खेले गए 37 टेस्ट मैचों की टीमों का विश्लेषण किया है जिसमें बताया गया है कि कप्तानी के 37 मैचों में कोहली के अलावा कुल 29 क्रिकेटरों ने भारत के लिए कम से कम एक टेस्ट मैच जरूर खेला है।

इसमें जसप्रीत बुमराह सबसे नया नाम रहे जिन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ केप टाउन टेस्ट में पदार्पण किया।

वेबसाइट ने टीम में हुए लगातार बदलाव पर आंकड़ों के लिहाज से समझाया है कि कोहली की कप्तानी में खेले गए 36 मैचों में से भारत को 21 में जीत मिली है जबकि 6 में भारत हारा है, वहीं 9 मैच ड्रॉ रहे हैं।

इन आंकड़ों के अनुसार सिर्फ भारतीय कप्तान ही इकलौते ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जो हर मैच में टीम का हिस्सा बने रहे। इनके बाद गेंदबाज आर अश्विन का नंबर आता है जिन्होंने 37 में से 35 मैंच खेले हैं। तीसरे नंबर पर अजिंक्य रहाणे हैं जिन्होंने 33 मैच खेले हैं।

वहीं चेतेश्वर पुजारा ने 31 और ऋद्धिमान साहा ने 29 मैच खेले हैं। हालांकि ऐतिहासिक नजरिए से देखें तो दुनिया की शीर्ष टीमों ने अपने लाइनअप में ज्यादा बदलाव नहीं किए हैं।

अक्टूबर 1999 से मार्च 2001 के बीच ऑस्ट्रेलिया की टीम ने लगातार 16 टेस्ट मैच जीते। इस टीम में माइकल स्लेटर, मार्क वॉ, जस्टिन लेंगर और ग्लेन मैक्ग्रा चार ऐसे खिलाड़ी थे जो हर मैच में खेले। वहीं स्टीव वॉ और एडम गिलक्रिस्ट ने सिर्फ एक मैच मिस किया।

गौरतलब है कि कोहली की कप्तानी के 37 मैचों में से भारत ने 11 मैच ही भारतीय उपमहाद्वीप से बाहर खेले हैं। इसमें से ऑस्ट्रेलिया में 2, वेस्ट इंडीज में 4, साउथ अफ्रीका में 3 और इंग्लैंड में अब तक 2 मैच खेले हैं।

कोहली के लिए सबसे बड़ी चुनौती यही है कि अगले 10 टेस्ट में से 7 उन्हें एशिया के बाहर खेलने हैं। ऐसे में यह उनके लिए अग्नि परीक्षा होगी कि कैसे एक कप्तान के तौर पर वो जीत के आंकड़े को और बढ़ाएं। हालांकि इंग्लैंड में चल रही मौजूदा सीरीज में भारत का प्रदर्शन निराशा जनक रहा है।