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Ind Vs Eng: मेजबान इंग्लैंड को पटखनी देकर सीरीज पर कब्जा करने उतरेगी भारतीय टीम

सीरीज में दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर हैं और मंगलवार को हेडिंग्ले क्रिकेट ग्राउंड में होने वाला तीसरा और आखिरी वनडे निर्णायक बन गया है।

Updated on: 16 Jul 2018, 11:30 PM

नई दिल्ली:

भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही तीन वनडे मैचों की सीरीज रोमांचक मोड़ पर पहुंच गई है। सीरीज में दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर हैं और मंगलवार को हेडिंग्ले क्रिकेट ग्राउंड में होने वाला तीसरा और आखिरी वनडे निर्णायक बन गया है।

इस मैच को जीतने वाली टीम सीरीज पर कब्जा जमाएगी।

पहले मैच में भारत ने जीत हासिल की थी तो इंग्लैंड ने लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे वनडे को जीतते हुए सीरीज में बराबरी कर ली।

पहले मैच में जीत हासिल करने के बाद भारत ने दूसरे मैच में कुछ गलतियां की थीं जिसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ा था। पहले भारतीय गेंदबाजों ने जमकर रन लुटाए थे तो वहीं बल्लेबाज इंग्लैंड द्वारा रखे गए मजबूत स्कोर को हासिल नहीं कर पाए थे।

कप्तान विराट कोहली और सुरेश रैना को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज विकेट पर खड़े रहने का साहस नहीं दिखा सका था। अंत में महेंद्र सिंह धोनी अकेले रह गए थे और टीम मैच हार गई थी।

यह हाल तब हुआ था जब भारत को अच्छी शुरुआत मिली थी। दूसरे मैच में रोहित शर्मा, लोकेश राहुल और हार्दिक पांड्या का बल्ला खामोश रहा था वहीं कोहली और रैना अपनी पारी को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाए थे।

वहीं गेंदबाजी में कुलदीप ने विकेट जरूर लिए थे लेकिन उनको इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने अच्छे से खेला था और कुलदीप पर जमकर रन भी बनाए थे। वहीं भारत के तेज गेंदबाजों ने निराश किया था। सिद्धार्थ कौल दो मैचों में पूरी तरह से बेअसर साबित हुए हैं। वह न रन रोक पा रहे हैं न ही विकेट ले पा रहे हैं।

भारत को जीत के लिए दोनों विभागों में उसी तरह का प्रदर्शन करना होगा जिस तरह का पहले मैच में किया था।

इंग्लैंड की बात की जाए तो उसने दूसरे मैच में अपने प्रदर्शन से बता दिया है कि वह बिना किसी तैयारी के नहीं उतरती। पहले मैच में कुलदीप ने छह विकेट लेकर उसकी बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी थी लेकिन दूसरे मैच में इंग्लिश बल्लेबाजों ने कुलदीप के खिलाफ होमवर्क किया और उन पर रन बनाए। कुलदीप को जो विकेट मिले वो कहीं न कहीं इंग्लैंड के बल्लेबाजों की खुद की गलती से मिले।

इंग्लैंड की बल्लेबाजी जेसन रॉय, जॉनी बेयर्सटो, कप्तान इयोन मोर्गन, जोए रूट और बेन स्टोक्स के दम पर है।

जेसन और जॉनी ने दोनों मैचों में टीम को सधी हुई शुरुआत दी है। दूसरे मैच से पहले रूट की फॉर्म पर कई सवाल उठ रहे थे जिसे उन्होंने शतक लगाकर दफना दिया। रूट फॉर्म में लौट आए हैं और भारत के लिए खतरा बन चुके हैं।

इनके अलावा अंत में इंग्लैंड के पास मोइन अली और डेविड विले जैसे हरफनमौला खिलाड़ी हैं। विले ने पिछले मैच में 31 गेंदों में 50 रन बनाए थे जो उनका वनडे क्रिकेट में पहला अर्धशतक है।

गेंदबाजी में इंग्लैंड के स्पिनरों अली और आदिल राशिद ने बढ़िया काम किया था। वहीं तेज गेंदबाज लियाम प्लंकट, मार्क वुड और विले भी प्रभावशाली रहे थे।

टीमें :

भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), दिनेश कार्तिक, सुरेश रैना, हार्दिक पांड्या, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, श्रेयस अय्यर, सिद्धार्थ कौल, अक्षर पटेल, उमेश यादव, शर्दूल ठाकुर और भुवनेश्वर कुमार।

इंग्लैंड : इयोन मोर्गन (कप्तान), जेसन रॉय, जॉनी बेयर्सटो, जोस बटलर (विकेटकीपर), मोइन अली, जोए रूट, जैक बाल, टॉम कुरैन, एलेक्स हेल्स, लियाम प्लंकट, बेन स्टोक्स, आदिल राशिद, डेविड विले, मार्क वुड।

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