logo-image

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया ने सिर्फ सीरीज ही नहीं कई रिकॉर्ड भी किए अपने नाम

भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर आखिरी मैच में आस्ट्रेलिया को आठ विकेट से हराकर कब्जा जमा लिया।

Updated on: 28 Mar 2017, 07:07 PM

नई दिल्ली:

भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर आखिरी मैच में आस्ट्रेलिया को आठ विकेट से हराकर कब्जा जमा लिया। ऑस्ट्रेलिया के साथ चार टेस्ट मैच की सीरीज रोमांच से भरपूर रही। पहला मैच हार जाने के बाद उठ सवालों का जवाब भारतीय कप्तान विराट कोहली ने शानदार जीत के साथ दिया। भारत ने ना सिर्फ ये सीरीज ही जीती बल्कि कई नए रिकार्ड भी बनाए। एनक नजर भारत के रिकार्ड पर..

इसे भी पढ़ें: दिग्विजय सिंह का शिवराज पर तंज- IPL में चीयर लीडर्स को नचवाने के बजाय रामधुन बजवा लें पर मैच से हटा दें मनोरंजन कर

हारी बाजी जीतना हमें आता है
भारत ने पहला टेस्ट मैच हारने के बाद सीरीज जीतने का कारनामा चौथी बार किया है। इससे पहले उसने इंग्लैंड (1972-73), आस्ट्रेलिया (2000-01) और श्रीलंका (2015) के खिलाफ खेली गई सीरीज में पहला टेस्ट मैच हारने के बाद सीरीज जीती थी।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत
यह भारत की अपने घर में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 2004-05 के बाद लगातार चौथी सीरीज जीती है। साथ ही यह आस्ट्रेलिया की एशिया में लगातार चौथी सीरीज की हार है। इससे पहले वह भारत में 2012-13 में, 2014-15 में संयुक्त अरब अमीरात में और 2016 में श्रीलंका में सीरीज हार चुकी है।

इसे भी पढ़ें: सचिन तेंदुलकर ने अजहर की कप्तानी में 23 साल पहले आज ही के दिन की थी पहली बार ओपनिंग

लोकेश राहुल के अर्धशतक
भारत के सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने चौथे टेस्ट मैच की दोनों पारियों में अर्धशतक जड़ा। उन्होंने इस श्रृंखला में कुल छह अर्धशतक जड़े। राहुल चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में छह अर्धशतक लगाने वाले तीसरे बल्लेबाज हैं। उनसे पहले पेटसी हेंडरसन और सुनील गावस्कर ऐसा कर चुके हैं।

अजिंक्य रहाणे का स्ट्राइट रेट
इस मैच में भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे अजिंक्य रहाणे ने दूसरी पार में तेजी से रन बनाए। 27 गेंदों में चार चौके और दो छक्के लगाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 140.74 का रहा जो टेस्ट की किसी भी पारी में सबसे ज्यादा है।

इसे भी पढ़ें: अश्विन ने जमकर की रिद्धिमान साहा और जडेजा की तारीफ

चेतेश्वर पुजारा का प्रदर्शन
भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा इस पूरे सत्र में शानदार फॉर्म में रहे। वह एक सत्र में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में दूसरे स्थान पर आ गए हैं। पुजारा ने इस सत्र की 23 पारियों में 62.66 की औसत से 1316 रन बनाए हैं। उनसे आगे आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग हैं। पोंटिंग ने 2006-06 सत्र की 23 पारियों में 78.05 की औसत से 1483 रन बनाए थे।

जडेजा के रन और विकेट
'मैन ऑफ द मैच' और 'मैन ऑफ द सीरीज' रहे रवींद्र जडेजा ऐसे तीसरे हरफनमौला खिलाड़ी हैं, जिन्होंने किसी एक सत्र में 500 से अधिक रन बनाए और 50 से अधिक विकेट लिए। जडेजा से पहले कपिल देव ने 1979-80 और मिशेल जॉनसन ने 2008-09 सत्र में यह कारनामा किया था।

इसे भी पढ़ें: मुरली विजय को 'भद्दी गाली' देने पर ऑस्ट्रेलिया कप्तान स्टीव स्मिथ ने मांग ली माफी

चूके विराट कोहली
विराट कोहली कप्तान के रूप में एक ऐसा रिकॉर्ड तोड़ने से चूक गए जो भारतीय क्रिकेट के इतिहास में आज तक सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी के ही नाम है। महेंद्र सिंह धोनी कप्तानी में भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होम टेस्ट सीरीज में कभी हार का सामना नहीं करना पड़ा। टीम इंडिया ने धोनी की कप्तानी के दौरान घर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए 8 टेस्ट मैचों में जीत दर्ज की और एक भी मैच नहीं हारा। लेकिन कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज का पहला मैच हारकर इस रिकार्ड को बनाने से चूक गए।

ऑस्ट्रेलियाई खिलाडियों ने भी बनाए रिकार्ड

मैक्सवेल ने 104 रन की पारी खेलकर टेस्ट करियर का पहला शतक लगाया। मैक्सवेल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज शेन वॉटसन के बाद दूसरे जबकि दुनिया के 13वें क्रिकेटर बन गए। भारतीय खिलाड़ी भी ऐसा कारनामा कर चुके हैं। सुरेश रैना, रोहित शर्मा और केएल राहुल ऐसे तीन भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने क्रिकेट के तीनों अंतरराष्ट्रीय फॉर्मेट में शतक लगाए हैं।

इसे भी पढ़ें: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीतने पर BCCI ने दिया तोहफा

नाथन ल्योन इस मैच में शानदार प्रदर्शन कर भारत में किसी मेहमान टीम की तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने इस पारी में 50 रन देकर आठ विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका के लांस क्लूजनर को पीछे छोड़ा। क्लूजनर ने नवंबर 1996 में कोलकाता में 64 रन देकर आठ विकेट लिए थे।

(IANS के इनपुट के साथ)