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Women's World Cup: मिताली राज इंग्लैंड के खिलाफ खेलेंगी फाइनल तो टूटेगा कपिल, धोनी, गांगुली का रिकॉर्ड

1983 में भारत की पुरुष टीम पहली बार वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंची था तब कपिल देव कप्तान थे। इसके बाद 2003 में सौरव गांगुली और फिर 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल में महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया के कप्तान थे।

Updated on: 21 Jul 2017, 08:48 PM

नई दिल्ली:

वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में छह बार के चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया को मात देकर फाइनल में पहुंची भारतीय टीम इंग्लैंड का सामना करेगी। लेकिन इसी के साथ महिला टीम इंडिया की कप्तान मिताली राज एक बेहद खास रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लेंगी।

भारत ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 36 रन से हराकर फाइनल में जगह बनाई।

बहरहाल, लॉर्ड्स के मैदान पर जब भारत और इंग्लैंड की महिला टीमें फाइनल मुकाबले में आमने सामने होंगी तो मिताली राज ऐसी पहली कप्तान बन जाएंगी जो दो वर्ल्डकप फाइनल में भारत की कप्तानी का गौरव हासिल करेंगी।

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इससे पहले 2005 में भी भारत महिला वर्ल्डकप के फाइनल में पहुंचा था और तब भी मिताली कप्तान थीं। अब तक कभी ऐसा नहीं हुआ है जब भारत के किसी पुरुष या महिला क्रिकेटर को वर्ल्डकप के दो या दो से ज्यादा फाइनल में कप्तानी करने का गौरव हासिल हुआ हो।

1983 में भारत की पुरुष टीम पहली बार वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंची था तब कपिल देव कप्तान थे। इसके बाद 2003 में सौरव गांगुली और फिर 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल में महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया के कप्तान थे।

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